बिचौलियों ने किसान के खाते से उड़ाए एक लाख
ढखेरवा लखीमपुर। रमिया बेहड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की तानाशाही रवैया के चलते करीब ढाई सौ आशा बहुओं को पिछले चार माह से प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। ढखेरवा। एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार जहां भ्रष्टाचार खत्म करने के उद्देश्य से भ्रष्टाचारियों के प्रति कठोर कार्रवाई कर रही है तो वहीं जिले की ब्लॉक रमिया बेहड़ के सीएचसी में कार्यरत अधीक्षक सरकार की शक्ति को ताक पर रखकर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। नाम ना उजागर करने की शर्त पर दर्जनों आशा बहुओं ने बताया कि बीते माह उनसे आशा पद के रिन्यूअल के नाम पर डेढ़ डेढ़ हजार रुपए की वसूली की गई है। इस प्रकार से पूरे विकासखंड में कार्यरत करीब ढाई सौ आशा बहुओं से लाखों रुपयों की वसूली का प्रकरण उजागर हुआ है। आशा बहुओं ने इस ओर विभाग के उच्च अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
लखीमपुर: क्षेत्र में संचालित विभिन्न बैंक शाखाओं में बैंक कर्मियों की मिलीभगत से बिचौलियों के द्वारा आए दिन ऋण दिलवाने एवं कर्ज माफी के नाम पर किसानों का शोषण किया जा रहा है। जिसका सच देखने के लिए सुजानपुर बैंक में कुछ बिचौलियों के द्वारा एक अनुसूचित किसान के केसीसी बैंक अकाउंट से गमन किए गए एक लाख रुपये की धनराशि प्रकरण काफी है। पीड़ित किसान ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। एसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में ग्राम माखन पुरवा मजरा सुजानपुर निवासी कृषक रामप्रसाद भार्गव ने बताया है कि उसने सुजानपुर में संचालित इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक से केसीसी ऋण लिया था। जो कि शासन के द्वारा माफ भी हो गया। कृषक का आरोप है कि गांव के ही दो लोगों पर कर्ज माफी के नाम पर कई दस्तावेजों पर अंगूठा निशान लगवाकर खाते से एक लाख रुपये का गबन करने का आरोप लगाया है। जानकारी होने पर बिचौलियों के द्वारा ठगी का शिकार हुए कृषक ने धौरहरा कोतवाली में तहरीर दिया, लेकिन न्याय न मिलने पर उसने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।