वन क्षेत्र में फैली गंदगी हटवाई
दुधवा टाईगर रिजर्व के वन्यजीवों की सुरक्षा की तैयारी। कोरोना का संकट देख बॉर्डर के पास चल रहा स्वछता अभियान। जंगल में प्रवासी नेपाली मजदूरों ने फैलाई गंदगी।
लखीमपुर : अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे दुधवा टाईगर रिजर्व के वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर नया खतरा पैदा हो गया है। इस खतरे से वन्यजीवों को बचाने के लिए वन क्षेत्राधिकारी खड़क बहादुर के नेतृत्व में वन कर्मचारियों ने सोमवार से तीन दिवसीय स्वच्छता अभियान शुरू किया है। बॉर्डर के आसपास जंगल में प्रवासी नेपाली मजदूरों द्वारा बड़े पैमाने पर गंदगी फैलाई जा रही है।
भारत से नेपाल जाते समय नेपाली नागरिक जंगल में रुककर लघुशंका आदि करते है और थूकते भी है। पानी की बोतल भी जंगल में फेंक देते हैं। इसमे कोरोना संक्रमित लोग भी होते हैं। इससे वन्यजीवों के लिए खतरा बढ़ गया है। आवागमन करने वाले राहगीर बॉर्डर पर डिस्पोजल गिलास, पत्तल, प्लास्टिक झिल्लियों को जंगल के अंदर व सड़क के दोनों ओर भारी संख्या में देखे जाते हैं। फलस्वरूप नोमैन्सलैंड ढ़ोके बाजार से डिगनिया तिराहा तक अजैविक कूड़े के ढ़ेर लगे हैं। इसी के मद्देनजर वन्यजीवों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए रेंज अधिकारी खड़क बहादुर ने अपने अधीनस्थ वन कर्मचारियों के सहयोग से जंगल के अंदर फैले कूड़े के ढेर को निकलवा कर वन क्षेत्र से दूर ले जाकर नष्ट करा रहें हैं। इस स्वच्छता अभियान में वन दरोगा मनोज मौर्य, वन्यजीव रक्षक रमेश पांडेय, कृपाशंकर, हरिराम राना, कमलेश बाल्मीकि, नीरज राना, लखन राना सहित अन्य वनकर्मियों का सक्रिय योगदान रहा।