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चीनी मिल यार्ड में ट्रॉली से दबकर किसान की मौत

अजवापुर चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति के लिए पहुंचे किसान की मिल यार्ड नंबर छह में ट्रॉली से कुचलकर मौत।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Dec 2020 10:42 PM (IST)Updated: Wed, 02 Dec 2020 10:42 PM (IST)
चीनी मिल यार्ड में ट्रॉली से दबकर किसान की मौत
चीनी मिल यार्ड में ट्रॉली से दबकर किसान की मौत

लखीमपुर: अजवापुर चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति के लिए पहुंचे किसान की मिल यार्ड नंबर छह में ट्रॉली से दबकर मौत हो गई। घटना के बाद किसानों ने जमकर हंगामा काटा। मिल प्रशासन ने पसगवां पुलिस को घटना के बाबत सूचना दी। सीओ मोहम्मदी अभय प्रताप मल सहित मोहम्मदी व पसगवां कोतवाली का पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस व मिल प्रबंधन के द्वारा पीड़ित परिवार व किसानों को समझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। घंटों तक चली वार्ता के बाद आर्थिक मदद सहित अन्य सुविधाओं का आश्वासन दिए जाने पर मामला शांत हुआ।

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घटना बीती रात लगभग दो बजे की है। पसगवां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पिपराग्रांट निवासी शेष नारायण वर्मा (40) पुत्र अवध नारायण वर्मा अजवापुर चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति के लिए रात लगभग 12 बजे पहुंचा था। यार्ड में ट्रैक्टर ट्राली खड़ी करने के बाद वह ट्राली के नीचे सो गया। इसी दौरान ट्राली यार्ड की लाइन चलने पर मृतक की ट्रॉली के पीछे लगे लाइन में लगे ट्रैक्टर चालक ने अपने वाहन को अनजाने में आगे बढ़ा दिया। जिससे सोते समय ही शेष नारायण की ट्राली से दबकर मौत हो गई। तहरीर पर मुकदमा दर्ज

पसगवां के एसएचओ आदर्श कुमार सिंह ने बताया कि शेष नरायन के परिवार की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। परिवार के साथ है मिल प्रबंधन

चीनी मिल के यूनिट हेड पंकज कुमार सिंह का कहना है कि हादसा वाहन दुर्घटना से हुआ है। संबंधित ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। मिल प्रबंधन मृतक गन्ना किसान के परिवार के साथ है। पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की जाएगी।

मिल यार्ड के जिम्मेदारों की लापरवाही आई सामने

अजवापुर चीनी मिल में किसान की अपनी ही ट्राली के नीचे दबने से हुई मौत मामले ने मिल प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है। बिना किसी अलार्म या सूचना के अचानक मिल यार्ड की लाइन का शुरू हो जाना यार्ड की सुरक्षा व्यवस्था में लगे जिम्मेदारों की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह पैदा कर रहा है। मिल यार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मियों सहित यार्ड में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था व जिम्मदारों की लापरवाही भी हादसे की वजह मानी जा रही है। घटना के दौरान यार्ड में मौजूद किसानों का आरोप है कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था में अक्सर लापरवाही बरती जाती है। किसानों के लिए पर्याप्त व्यवस्था न होने के साथ ही चीनी मिल कैंपस में बना किसान घर भी बंद है। जिस कारण रात में गन्ना आपूर्ति के लिए पहुंचने वाले किसानों को तमाम तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ठंड व कोहरा के मौसम में दिक्कतें और अधिक बढ़ जाती हैं। मिल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से पिछले गन्ना पेराई सत्रों में भी इस तरह के हादसों का शिकार किसानों को होना पड़ा है । बुजुर्ग मां तलाश रही बेटे को

दो वर्ष पहले पिता अवध नारायण की बीमारी से हुई मौत के बाद शेष नारायण पर परिवार की जिम्मेदारी आ गई। घर में मां सावित्री देवी (75) जो बेटे को देखने के लिए बार-बार घर के बाहर निकलती है तो परिजन उन्हें सांत्वना देते कि उसका बेटा आ जाएगा। वहीं पत्नी सहित बच्चे बेसुध से हैं।


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