हाथियों का उत्पात, एकवृद्ध को मार डाला, छह जख्मी
लखीमपुर : दुधवा नेशनल पार्क के जंगल से दो समूहों में निकले तीन हाथियों ने दो गांवों में जमकर
लखीमपुर : दुधवा नेशनल पार्क के जंगल से दो समूहों में निकले तीन हाथियों ने दो गांवों में जमकर उत्पात मचाया। हाथियों ने दीवारें गिरा दीं और ग्रामीणों के छप्पर उजाड़ दिए और बाइकों को पैरों से कुचल दिया। फूस काट रहे सात ग्रामीणों पर हमला करके उन्हें बुरी तरह जख्मी कर दिया। जिला अस्पताल ले जाते समय एक घायल बुजुर्ग की मौत हो गई। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पार्क क्षेत्र के तकिया जंगल से रविवार सुबह एक हाथी निकला। हाथी ने नौरंगाबाद में साधन सहकारी समिति की दीवार गिरा दी, इसके बाद कई ग्रामीणों के छप्पर उजाड़ दिए। करीब दो घंटे तक गांव में उत्पात मचाने के बाद हाथी वापस तकिया जंगल लौट गया। उसके बाद तकिया जंगल से ही दो अन्य हाथी खेतों की तरफ मुड़े। तभी तकिया-बंगलहा जंगल में फूस काट रहे गांव दरेरी निवासी दिलीप कुमार, सोबरन लाल, रामसनेही सहित करीब दस लोग हाथियों के सामने आए गए। ग्रामीणों को देख हाथियों ने उन पर हमला बोल दिया। काफी शोर मचाने पर हाथियों ने उनका पीछा छोड़ा। हाथियों के झुंड ने करीब तीन किमी का सफर तय किया ही होगा कि सहते पुरवा गांव के पश्चिम दिशा में अपने खेत में गन्ना छील रहे बंगलहा निवासी गोपी व रामेश्वर प्रसाद (58) उनके सामने आ गए। गुस्साए हाथियों ने उनको भी पटक-पटक कर जख्मी कर दिया। जैसे-तैसे जान बचाकर भागे गोपी ने गांव जाकर घटना की सूचना दी।
जानकारी होते ही बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने रामेश्वर को सीएचसी में भर्ती कराया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद छह लोगों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। इनमें रामेश्वर की रास्ते में मौत हो गई। वनकर्मियों ने ग्रामीणों के साथ हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने का प्रयास किया। इसी बीच रास्ते से बाइक लेकर गुजर रहे बंगलहा के जोगेंद्र ¨सह फौजी हाथियों के बीच फंस गए। हाथियों ने उनकी बाइक रौंदते हुए उनको भी पटक दिया। कुछ दूरी पर किसान मायाराम की बाइक को भी क्षतिग्रस्त किया। हाथियों ने गोपाल राज की भैंस को खदेड़ते हुए चोटिल कर दिया।