Move to Jagran APP

डीएम के बुलावे पर बैठक में नहीं आए 11 अफसर

लखीमपुर: जिले के अफसर कितने लापरवाह और अनुशासनहीन हो गए हैं, इसका अंदाजा डीएम शैलें

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Nov 2018 10:24 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2018 10:24 PM (IST)
डीएम के बुलावे पर बैठक में नहीं आए 11 अफसर
डीएम के बुलावे पर बैठक में नहीं आए 11 अफसर

लखीमपुर: जिले के अफसर कितने लापरवाह और अनुशासनहीन हो गए हैं, इसका अंदाजा डीएम शैलेंद्र ¨सह की एक बैठक से लगाया जा सकता है। डीएम ने बार्डर एरिया डेवलपमेंट और 50 लाख से ऊपर की परियोजनाओं की समीक्षा बैठक के लिए अधिकारियों की बैठक बुलाई थी लेकिन, अफसर इतने उदासीन निकले कि कोई भी बैठक में नहीं आया। बेपरवाह अफसरों ने जेई और अधीनस्थ कर्मचारियों को बैठक में भेज दिया। नतीजतन, बैठक नहीं हो पाई। अधिकारियों की इस लापरवाही के कारण डीएम का पारा चढ़ गया। उन्होंने 11 अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

loksabha election banner

डीएम की कार्रवाई की चपेट में आए अधिकारियों में नेडा के परियोजना अधिकारी अतुल जैन, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी योगेश कुमार, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी तृतीय जैनूराम, यूपीपीसीएल के परियोजना प्रबंधक बलजीत कुमार, यूपीआरएनएसएस के परियोजना प्रबंधक अर¨वद कुमार ¨सह, उप्र राजकीय निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक राजमणि, यूपी सिडको के परियोजना प्रबंधक ओपी मिश्रा, सीएनडीएस यूनिट 26 के परियोजना प्रबंधक मुसाफिर यादव, यूपीसीएलडीएस के अधिशाषी अभियंता पीके ¨सह, आवास-विकास परिषद के परियोजना प्रबंधक सुबोध कुमार, जलनिगम के अधिशाषी अभियंता एके श्रीवास्तव शामिल हैं। एक अधिकारी के मुताबिक परियोजनाओं की समीक्षा और बार्डर एरिया डेवलपमेंट की प्रगति की समीक्षा बैठक में जिम्मेदारों के न आने की वजह से ही डीएम की ओर से यह कार्रवाई की गई है। कारण बताओ नोटिस जारी कर अधिकारियों से उनकी मौजूदगी और बैठक में न पहुंचने के बारे में पूछा गया है। अभी अधिकारियों की ओर से डीएम की नोटिस का जवाब नहीं दिया गया है। फैक्ट फाइल

-50 लाख के बजट से ऊपर की 116 परियोजनाएं

-17 परियोजनाओं का काम पूरा किया गया

-37 परियोजनाओं का काम जल्द पूरा होने वाला है

-55 परियोजनाएं जिले में अधूरी पड़ी हैं

चीफ की बैठक में गए थे ईई जलनिगम

जलनिगम के ईई एके श्रीवास्तव का कहना है कि उसी दिन लखनऊ क्षेत्र के मुख्य अभियंता ने विभागीय बैठक बुलाई थी, जिसमें वह शामिल होने गए थे। नोटिस के जवाब में मुख्य अभियंता की बैठक आदेश की कॉपी के साथ जवाब दाखिल किया गया है। इसी तरह एक दिन उनकी चार जगहों पर ड्यूटी लगाई गई थी। एक समय में हर जगह जा पाना मुश्किल हो जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.