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बाघिन की मौत की जांच करने पहुंचे कानपुर जू के डायरेक्टर

बाघिन की मौत की जांच करने पहुंचे कानपुर जू के डायरेक्टर मौत के कारणों की बारीकी से जांच अधिकारियों और वनकर्मियों से ली गश्त की जानकारी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 11:09 PM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 06:07 AM (IST)
बाघिन की मौत की जांच करने पहुंचे कानपुर जू के डायरेक्टर
बाघिन की मौत की जांच करने पहुंचे कानपुर जू के डायरेक्टर

लखीमपुर: मैलानी रेंज के जटपुरा बीट में फंदे में फंसकर बाघिन की दर्दनाक मौत के मामले की जांच कानपुर जू के डायरेक्टर सुनील चौधरी को सौंपी गई है। गुरुवार को दो सदस्यीय टीम के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मौत के कारणों की बारीकी से जांच की। टीम ने अधिकारियों से गश्त आदि सुरक्षा के प्रबंधों की भी जानकारी ली।

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जटपुरा बीट के कंपार्टमेंट संख्या 13 में दो दिन पहले एक व्यस्क बाघिन का शव बरामद किया गया था, जिसके गले में नायनॉल की रस्सी फंसी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया कि फंद कसने से बाघिन कई दिनों तक कुछ खा नहीं पाई थी। उसकी मौत भूख के कारण हो गई। इस मामले में पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। बता दें कि कानपुर जू के डायरेक्टर सुनील चौधरी पूर्व में दुधवा पार्क के भी फील्ड डायरेक्टर रहे चुके हैं। वहीं वन संरक्षक कुकरैल नीरज कुमार भी साउथ डिवीजन के डीएफओ रह चुके हैं। दो सदस्यीय टीम के आने के बाद दुधवा पार्क के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक, बफरजोन के डीडी डॉ. अनिल कुमार पटेल भी उनके साथ घटनास्थल पर पहुंचे। टीम ने बारीकी से घटनास्थल देखा और यह जानने की कोशिश की कि बाघिन की मौत आखिर कैसे हुई। अधिकारियों ने करीब ढाई से तीन घंटे तक पूरे मामले की जांच की। जिसकी रिपोर्ट वह पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ को सौंपेंगे।


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