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किसान तो कभी कृषि वैज्ञानिक की भूमिका में नजर आए सीएम योगी

तीन वन ग्रामों का जल्द बनाया जाएगा राजस्व गांव विधायक अरविद गिरि के मांग पत्र में शामिल बिजुआ-भीरा इलाके के तीन वन ग्रामों को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग को स्वीकार करते हुए सीएम योगी ने ऐलान किया कि डीएम नियमानुसार इन गांवों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजें और जल्दी ही उनको राजस्व गांव बनाकर वहां भी सरकार की सारी सेवाओं को भी वंचित ग्रामीणों को उपलब्ध कराया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Nov 2019 10:39 PM (IST)Updated: Thu, 14 Nov 2019 10:39 PM (IST)
किसान तो कभी कृषि वैज्ञानिक की भूमिका में नजर आए सीएम योगी

लखीमपुर: गुरुवार को आसमान में छाई धुंधलकी के बीच दोपहर ठीक 12:50 पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उड़न खटोला जमुनाबाद में उड़ता हुआ नजर आया। यहां मौजूद भीड़ को मुख्यमंत्री के दीदार का इंतजार था और मुख्यमंत्री को जनता से रूबरू होने की बेचैनी। मंच पर आने से पहले की सारी औपचारिकताएं पूरी कर सीएम योगी तेज कदमों से मंच के ऊपर चढे़। एक सधे हुए किसान की भूमिका में नजर आने लगे भाषण की शुरुआत से उन्होंने गांव गरीब और किसान से की। उन्होंने कहा कि किसानों का हितैषी कोई नहीं किसी भी सियासी दल के झंडे में किसानों का मुद्दा नहीं था। प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को ही अपने एजेंडे में सबसे ऊपर शामिल किया। सबसे पहले यह काम प्रधानमंत्री मोदी ने स्वेल हेल्थ कार्ड बनवा कर किया। उन्होंने कहा कि मृदा परीक्षण कार्ड बनवा कर किसानों को इससे जोड़ा गया, मिट्टी के अंदर जो भी कमियां थी उसे पूरा किया गया जिससे किसानों का मनोबल बढ़ा और उनकी उपज का उत्पादन भी। सीएम योगी ने कहा कि एक दिन पहले ही बुधवार को लखनऊ में एक वेब पोर्टल लांच किया गया है जिससे किसानों का शोषण पूरी तरह से रोका जा सकेगा इस टेक्नोलॉजी के सहारे पर्चियों की कालाबाजारी और घटतौली जैसी घटनाएं खत्म हो जाएंगी। एक कृषि वैज्ञानिक की भूमिका निर्वहन करते हुए सीएम योगी ने ये सिद्ध किया कि पराली जलाने से न केवल खेतों और धरती माता का कलेजा छलनी हो रहा है बल्कि जहरीले वातावरण से दिल्ली-एनसीआर में पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों की नादानी का लोग खामियाजा भुगत रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कृषि महाविद्यालय का काम दस साल में भी पूरा नहीं हो पाता जिसे ढाई साल में पूरा कर छात्रों को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रदेश के जो 69 कृषि विज्ञान केंद्र मिले थे, वह सभी जर्जर व चलने योग्य नहीं थे सरकार ने अभियान चलाकर न केवल उनको अपडेट किया बल्कि 20 नए कृषि विज्ञान केंद्र भी खोले। सीएम ने कहा कि तकनीक को अपनाकर किसान एक एकड़ में पांच से छह सौ क्विंटल गन्ना पैदा कर सकते हैं।

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पराली जलाएं नहीं बनाएं जैविक खाद

सीएम योगी ने किसानों को समझाते हुए बताया कि वह अपने खेतों की पराली हरगिज न जलाएं बल्कि उनको खोद कर खेत के ही एक कोने में गडढा कर दबा दें उसमें खाद आदि डाल दें और एक साल बाद उसे निकालें तो उससे जो कंपोस्ट खाद तैयार होगी वह उनकी फसलों के लिए फायदेमंद तो होगी ही साथ ही खेत भी बर्बाद नहीं होगा और किसी की सेहत भी नहीं खराब होगी।

सपा और बसपा की तरह नहीं सरकार में धांधली

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जमुनाबाद कृषि महाविद्यालय में आयोजित जनसभा में पूर्ववर्ती बसपा और सपा की सरकारों को भी निशाना बनाया। सीएम ने कहाकि उनकी सरकारों में केवल जाति और स्थान विशेष के लोगों को ही नौकरियां मिलती थीं जबकि इस सरकार की भर्ती प्रक्रिया बिल्कुल पारदर्शी है।

खीरी जिले को जल्द ही मिलेगा मेडिकल कॉलेज

अपने 27 मिनट के उदबोधन में सीएम योगी ने कहाकि कृषि विद्यालय का पाठयक्रम सुचारू करने के बाद अब इस जिले को जल्दी ही एक मेडिकल कॉलेज भी मिलने वाला है।

तीन वन ग्रामों का जल्द बनाया जाएगा राजस्व गांव

विधायक अरविद गिरि के मांग पत्र में शामिल बिजुआ-भीरा इलाके के तीन वन ग्रामों को राजस्व गांव बनाए जाने की मांग को स्वीकार करते हुए सीएम योगी ने ऐलान किया कि डीएम नियमानुसार इन गांवों का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजें और जल्दी ही उनको राजस्व गांव बनाकर वहां भी सरकार की सारी सेवाओं को भी वंचित ग्रामीणों को उपलब्ध कराया जाएगा।

चीनी मिलों में बनाई जाएगी एथेनॉल

मुख्यमंत्री योगी ने खीरी जिले के जमुनाबाद कृषि महाविद्यालय में कहाकि अब चीनी मिलों में केवल शकर ही नहीं बनाई जाएगी बल्कि पूरे प्रदेश की चीनी मिलों में एथेनॉल भ तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीतापुर व गोरखपुर में ये प्रयोग कर लिया गया है जिसके परिणाम भी बेहतर मिले हैं।

रातों रात फरुखाबाद से मंगाई गई पंचवटी

बुधवार की रात जब जिला प्रशासन का ये फरमान जारी हुअरा कि सीएम योगी को पंचवटी पौधौं का रोपण करना है तो वन विभाग के हाथपांव फूल गए। वन विभाग के पास पंचवटी में लगने वाले पीपल, अशोक और आंवला जैसे पौधे ही नहीं थे। वनविभाग ने रात से ही उनकी तलाश शुरू की और उनकी तलाश फरुखाबाद में जाकर पूरी हुई। रातों रात ही व्यवस्था हुई और तय समय पर सीएम के सामने पंचवटी को पेश किया गया।

बोले सीएम धार्मिक व्यक्ति हूं.. छोटी काशी के दर्शन की इच्छा

अपने लगभग आधा घंटे के उद्बोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुप्रसिद्ध एवं पौराणिक छोटी काशी में भगवान शंकर के दर्शन करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि वह धार्मिक व्यक्ति हैं और जगह-जगह मंदिरों में दर्शन व पूजन करने की इच्छा रखते हैं। उन्होंने कहा कि गोला के भगवान शिव ज्योतिर्लिगों में शामिल हैं इसलिए उनकी भव्यता में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने विधायक गिरि से वहां के लिए जल्द कार्यक्रम बनाने की बात भी कही।


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