पटल बाबू ने की अभिलेखों में छेड़छाड़, नोटिस जारी
-विषम परिस्थिति के लिए डीडीओ ने ठहराया जिम्मेदार एक सप्ताह में मांगा जवाब संवादसूत्र लखीमपुर ग्राम्य विकास विभाग में अभिलेखीय छेड़छाड़ कर उर्दू अनुवादकों को ज्येष्ठता सूची में शामिल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
लखीमपुर : ग्राम्य विकास विभाग में अभिलेखीय छेड़छाड़ कर उर्दू अनुवादकों को ज्येष्ठता सूची में शामिल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए डीडीओ अरविद कुमार ने जिला विकास अधिकारी कार्यालय के तत्कालीन पटल बाबू मो. इरफान को नोटिस जारी की है। कहा गया है कि इरफान ने समान संवर्ग की ज्येष्ठता सूची में खुद के साथ अन्य उर्दू अनुवादकों को भी शामिल कर लिया। जब आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग ने दोनों संवर्गों को अलग-अलग सूची में करने को कहा तब भी पटल बाबू ने इसकी अनदेखी की। साथ ही समान संवर्ग और उर्दू अनुवादकों की पूथक सूची तैयार नहीं की गई। जिससे अभिलेखीय छेड़छाड़ से ज्येष्ठता सूची में शामिल उर्दू अनुवादकों को समय-समय पर सेवा संबंधी लाभ प्राप्त होते रहे। पटल बाबू के इस कारनामे से शासनादेश का उल्लंघन हुआ है और इससे विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। मौजूदा समय में धौरहरा ब्लॉक में तैनात उर्दू अनुवादक को डीडीओ ने निर्देश दिया है कि एक सप्ताह के अंदर अपना स्पष्टीकरण साक्ष्यों के साथ लेकर कार्यालय में उपस्थिति हों। तय समय सीमा में स्पष्टीकरण का जवाब न मिलने पर दोषी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।