लखनऊ में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डा. भीमराव अंबेडकर पर शोध करने वालों को देंगे छात्रवृत्ति
डा. भीमराव अंबेडकर के 66वें परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की पवित्र अस्थियों पर पुष्प अर्पित किए। डा. भीमराव अंबेडकर महासभा परिसर में आयोजित परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबा साहेब पर शोध करने वाले छात्रों को सरकार छात्रवृत्ति देगी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव अंबेडकर के 66वें परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर की पवित्र अस्थियों पर पुष्प अर्पित किए। विधानभवन मार्ग स्थित बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर महासभा परिसर में आयोजित परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबा साहेब पर शोध करने वाले छात्रों को सरकार छात्रवृत्ति देगी। छात्रों को छात्रावास की सुविधा मिलने के साथ ही प्रेक्षागृह व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। पुस्तकालय के साथ ही संविधान की डिबेट भी कराई जाएगी।
ऐशबाग में निर्माणाधीन सांस्कृतिक केंद्र व स्मारक को डा. भीमराव अंबेडकर महासभा से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकारों में बाबा साहेब पर गलत टिप्पणियां होती थी, आज वह लोग अपने कृत्यों की सजा भुगत रहे हैं। 68 लाख छात्रों की छात्रवृत्ति रोकने का काम भी इसी सरकार में किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा बाबा साहेब के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए हर साल 26 नवंबर को पूरा देश संविधान दिवस के रूप में मनाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने शासन की कल्याणकारी योजनाओं से समाज के प्रत्येक तबके को जोड़ने का काम किया। यही नहीं बाबा साहेब से जुडे हुए पांच प्रमुख स्थलों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया। आज संविधान की बदौलत ही देश चल रहा है। प्रदेश सरकार ने 22 लाख लोगों को उनके घरों पर कब्जे दिए जा चुके हैं। पूर्व की सरकारों ने बेदखल करने का काम किया था।
इससे पूर्व डा.भीमराव अंबेडकर महासभा के अध्यक्ष डा. लाल जी प्रसाद निर्मल ने कहा कि बसपा सरकार में डा. भीमराव अंबेडकर महासभा को खाली कराने का प्रयास हुआ और निर्देश दिए गए कि दारुलशफा में एक कमरा दे दिया जाएगा। आज प्रदेश सरकार ऐशबाग में सांस्कृतिक व स्मारक स्थल बनवा रही है। निर्मल ने कहा कि सरकारें कोई भी रही हो लेकिन दलित हितों से कभी समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण दलितों की लाइफ लाइन है। तत्कालीन सरकार पर दलित विरोधी का आरोप लगाया। तीन लाख कर्मियों को रिवर्ट करने का आरोप लगाया। पूर्व सरकार के मंत्री पर बाबा साहेब पर गलत टिप्पणी करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में माफियाओं का बोलबाला था, जिलों, विश्वविद्यालयों और पार्क के नाम बदल दिए गए, जो गलत हुआ।
विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि बाबा साहेब की सोच के बदौलत ही भारत को संविधान के कारण चलाया जा रहा है। वहीं श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद र्मौ ने कहा कि डा. भीमराव अंबेडकर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाना चाहते हैं, आज पीएम नरेंद्र मोदी यह काम कर रहे हैं। पीएम आवास, सौभाग्य योजना और उज्जवला योजना के जरिए यह काम हुआ है। उन्होंने कहा कि श्रम मंत्री रहने के दौरान एक करोड़ तीस लाख श्रमिकों के पंजीकरण हुए, लाखों लोगों को सरकारी योजनाओं को लाभ दिलवाया। वहीं जो अफसर कमरों से निकलते नहीं थे, वह गांव गांव जाकर कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को रूबरू कराने का काम किया। परिनिर्वाण दिवस पर डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति डा. संजय सिंह सहित महासभा के पदाधिकारी मौजूद रहे।