पलिया सीएचसी में ऑपरेशन थिएटर तो है पर सर्जन नहीं
-घायलों को सीधे जिला अस्पताल रेफर करना मजबूरी संवादसूत्र, पलियाकलां (लखीमपुर) : सड़क हाद
-घायलों को सीधे जिला अस्पताल रेफर करना मजबूरी
संवादसूत्र, पलियाकलां (लखीमपुर) : सड़क हादसे में घायल होकर पलिया सीएचसी आने वालों को सीधा जिला अस्पताल रेफर करना मजबूरी है। 75 किमी का लंबा सफर तय कर जब घायल जिला अस्पताल पहुंचते हैं तो उनकी हालत और बिगड़ जाती है। इस संबंध में लगातार मांग उठ रही है कि पलिया सीएचसी में सर्जन की तैनाती की जाए लेकिन जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते मांग पूरी नहीं हो पा रही। दो दिन पहले संपूर्णानगर रोड पर सड़क हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि दो साल का बच्चा और दो महिलाएं भी घायल हो गईं थीं। इन्हें प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया था, जिससे उनकी जान पर बन आई थी। इस तरह के वाक्ये आए दिन सामने आते रहते हैं। हाल ही में यहां खाली पड़े कई विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों पर तैनाती हुई है जिससे कुछ राहत मिली लेकिन सर्जन न होने की वजह से घायलों को जिला अस्पताल रेफर करने की परंपरा खत्म नहीं हो पा रही। हाल ही में यहां पर एनेस्थेटिक, गायनोकोलॉजिस्ट की तैनाती होने से गर्भवती महिलाओं को बड़ी राहत मिली है। कार्यवाहक अधीक्षक डॉ. एसके चौधरी ने बताया कि जनवरी माह में ही एनेस्थेटिक डॉ. मनीष कुमार की तैनाती हो गई थी जबकि महिला चिकित्सक शिल्पी श्रीवास्तव भी यहां उपलब्ध हैं। सर्जन की तैनाती को लेकर जिला मुख्यालय से पत्राचार हो रहा है।