भोजपुरी सम्मेलन में जमकर चलीं कुर्सियां
दशहरा मेला में भोजपुरी कार्यक्रम के दौरान दर्शकों में जबरदस्त मारपीट हुई। कार्यक्रम पंडाल में करीब आधे घंटे तक मचे बवाल के कारण कुछ देर के लिए नगर पालिका को जहां कार्यक्रम रोकना पड़ा वहीं पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। करीब आधे घंटे के बाद स्थितियां सामान्य हो सकीं। रात करीब साढे 11 बजे भोजपुरी संगीत के तहत मंच पर गीत कोठे ऊपर कोठरी मैं उसपर रेल चला दूंगी बज रहा था इस दौरान गीत सुनने और नृत्यांगना का नृत्य देखने के लिए उमड़े श्रोता अचानक आवेश में आकर आपस में ही कुर्सियां पटकने लगे। एक के बाद दूसरी और दूसरी के बाद तीसरी तीसरी के बाद चौथी करते-करते कुर्सियां पटकने का क्रम शुरू हो गया। जिसके चलते वहां कुर्सियों का अंबार लग गया।
लखीमपुर: दशहरा मेला में भोजपुरी कार्यक्रम के दौरान दर्शकों में जबरदस्त मारपीट हुई। कार्यक्रम पंडाल में करीब आधे घंटे तक मचे बवाल के कारण कुछ देर के लिए नगर पालिका को जहां कार्यक्रम रोकना पड़ा, वहीं पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा। करीब आधे घंटे के बाद स्थितियां सामान्य हो सकीं। रात करीब साढे 11 बजे भोजपुरी संगीत के तहत मंच पर गीत कोठे ऊपर कोठरी मैं उसपर रेल चला दूंगी, बज रहा था, इस दौरान गीत सुनने और नृत्यांगना का नृत्य देखने के लिए उमड़े श्रोता अचानक आवेश में आकर आपस में ही कुर्सियां पटकने लगे। एक के बाद दूसरी और दूसरी के बाद तीसरी तीसरी के बाद चौथी करते-करते कुर्सियां पटकने का क्रम शुरू हो गया। जिसके चलते वहां कुर्सियों का अंबार लग गया। एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकते-फेंकते वहां भीड़ में भगदड़ भी शुरू हो गई।नगर पालिका के कैंप से लेकर कार्यक्रम के मंच तक अफरा-तफरी का माहौल हो गया। नगर पालिका कर्मचारियों ने पुलिस के निर्देश पर तत्काल एलईडी बंद करी इसके बाद कुछ देर के लिए कार्यक्रम ही रोकना पड़ा। कार्यक्रम के पंडाल में पहुंची पुलिस ने जमकर इधर-उधर लाठियां चलाई, तब जाकर भीड़ का हुड़दंग समाप्त हो पाया। इसके बाद कार्यक्रम को शुरू किया जा सका।