प्रवासी श्रमिकों के राशन किट के लिए चार करोड़ मांगे
संवादसूत्र लखीमपुर कोविड 19 महामारी के बीच गैर प्रदेशों से जिले में आए प्रवासी श्रमिकों की चिता अधिकारियों को सताने लगी है क्योंकि जो फंड मिला था वह अब तक राशन किट वितरित करने में खर्च हो चुका है।
लखीमपुर : कोविड 19 महामारी के बीच गैर प्रदेशों से जिले में आए प्रवासी श्रमिकों की चिता अधिकारियों को सताने लगी है क्योंकि, जो फंड मिला था वह अब तक राशन किट वितरित करने में खर्च हो चुका है। नया बजट आवंटित होने के बाद ही फिर से श्रमिकों को राशन किट बांटी जा सकेगी। जो प्रवासी श्रमिक आ रहे हैं, उनमें ज्यादातर का राशन कार्ड नहीं बना है।
कोरोना महामारी से निपटने के लिए शासन ने जिला प्रशासन को पिछले दिनों पांच करोड़ रुपये का फंड दिया था। कोविड 19 के कंट्रोल रूम में दर्ज आंकड़े के मुताबिक जिले में 55 हजार प्रवासी श्रमिक आए हैं। अप्रैल माह से जिले में आ रहे इन प्रवासी श्रमिकों को प्रशासन की ओर से राशन किट देकर ही होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। श्रमिकों को किट बाटने में ही पांच करोड़ रुपये का बजट खर्च हुआ है। जबकि स्थिति ये है कि अभी तक सभी श्रमिकों को किट मुहैया नहीं हो सका है। इसलिए प्रशासन ने शासन को पत्र भेजकर चार करोड़ रुपये का बजट और मांगा है। डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि आपदा विभाग की ओर से तहसीलवार राशन किट के लिए डिमांड भेजी गई है। प्रशासन को उम्मीद है कि जल्द यह बजट आवंटित हो जाएगा।