कामगारों को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
लखीमपुर: सो जाते हैं फुटपाथ पे अखबार बिछा के, मजदूर कभी नींद की गोली नहीं लेते। कितने ही मई दिवस आए
लखीमपुर: सो जाते हैं फुटपाथ पे अखबार बिछा के, मजदूर कभी नींद की गोली नहीं लेते। कितने ही मई दिवस आए और चले गए, लेकिन सड़कों के किनारे सुबह काम की तलाश में खड़े होने वाले मजदूरों की ¨जदगी में बदलाव नहीं आ सका। ज्यादातर मजदूर आज भी सरकार की योजनाओं से न केवल अंजान हैं, बल्कि उन्हें अपने पंजीकरण की भी जानकारी नहीं है। कलक्ट्रेट परिसर में स्थित सहायक श्रमायुक्त कार्यालय के रजिस्टर पर 7781 मजदूरों का ही पंजीकरण है, लेकिन अगर हर रोज शहर के सदर चौराहे पर खड़े होने वाले मजदूरों की बात करें तो उन्हें इन योजनाओं की जानकारी तक नहीं होती है। खूबसूरत भवन बनाने वाले मजदूर हों या सामान ढोकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाने वाले मजदूर, कारखानों में काम करने वाले मजदूर हों या अन्य इन सभी को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कितने ही मजदूर तो अपने पंजीकरण के बारे में भी नहीं जानते। उन्हें यह भी नहीं पता कि मई दिवस होता क्या है। मई दिवस पर महज कुछ संगठनों द्वारा एक दिन के लिए मंचों पर मजदूरों के हक के लिए शोर मचाने वाले नेता भी साल भर कहीं नहीं दिखाई पड़ते।
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नहीं पता क्या है मई दिवस, कहां होता है पंजीकरण
चौराहे पर सुबह खड़े होने वाले मंगू की उम्र करीब 55 साल है। राजगीर मिस्त्री का काम करते हुए उन्हें 20 साल हो गए हैं। पर वे बताते हैं कि मई दिवस क्यों मनाया जाता है, यह क्या है इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। ग्राम झसिया के राजगीर मिस्त्री राजाराम बताते हैं कि सहायक श्रमायुक्त कार्यालय कहां है उन्होंने आज तक नहीं देखा न ही उनका कहीं कोई पंजीकरण है। उनके साथी भी बिना किसी पंजीकरण के इतने वर्षों से काम कर रहे हैं। शिवाला पुरवा के रईस भी राजगीर मिस्त्री हैं। भवन बनाने का काम वे पिछले 20 वर्षों से कर रहे हैं, लेकिन पंजीकरण या लाभ की कोई योजना की उन्हें जानकारी नहीं है। इसी तरह गुड्डू भी बताते हैं कि उन्हें नहीं मालूम की राजगीर मिस्त्रियों के लिए कौन-कोन सी योजनाएं हैं इसका लाभ कहां मिलता है।
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एक मई को मजदूरों को बांटेंगे चेक श्रम विभाग में चल रही योजनाओं का अब तक जिन्हें लाभ मिला है उनमें शिशु हित लाभ योजना में 600 मजदूरों, मातृत्व लाभ योजना में 594 लोगों को लाभ दिया गया है। इसी तरह 1917 पात्रों को साइकिलें दी गई हैं। निर्माण कामगार, मत्यु एवं दिव्यांग होने पर पांच लोगों को लाभ दिया गया है। निर्माण कामगार अंत्येष्टि सहायता योजना पांच लोगों को लाभ दिया गया है। बालिका योजना में 55 लोगों को लाभ दिया गया है। मेधावी छात्र सहायता योजना में 43 लोगों को लाभ दिया गया है। निर्माण कामगार पुत्री विवाह योजना में तीन लोगों को लाभ दिया। अक्षमता योजना पेंशन योजना में एक व्यक्ति को लाभ दिया गया है। मई दिवस पर मिलेंगे चेक इस बारे में सहायक श्रमायुक्त अधिकारी अखलाख अहमद बताते हैँ कि उन्हीं मजदूरों का पंजीयन किया जाता है जो भवन निर्माण करने वाले हैं। ऐसे मजदूरों को योजना का लाभ एक मई को मई दिवस के मौके पर कलेक्ट्रेट परिसर में दिया जाएगा। जहां दिन में दस बजे जिलाधिकारी आकाशदीप मजदूरों को योजना के चेक बांटेंगे। इसके अलावा मई में शिविर लगाकर मजदूरों का पंजीयन भी सदर चौराहे पर किया जाएगा।