पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखेंगी महिलाएं
कुशीनगर में करवा चौथ व्रत को लेकर महिलाओं ने शनिवार को दिनभर तैयारी की इस दिन भगवान शिव चन्द्रमा कार्तिकेय की होती है पूजा इस दौरान सुहाग की वस्तुओं का पूजन में है सर्वाधिक महत्व।
कुशीनगर : संकष्टी गणेश करक चतुर्थी व्रत करवाचौथ रविवार को मनाया जाएगा। महर्षि पाराशर ज्योतिष संस्थान ट्रस्ट के ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश पाण्डेय के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्थी को चन्द्रोदय व्यापिनी में यह करवाचौथ का व्रत किया जाता है।
इस वर्ष रविवार के दिन रोहिणी नक्षत्र रात्रि 11:35 तक रहेगी। वरीयान पश्चात परिघ योग मिल रहा है, जो अत्यंत ही उत्तम योग है। सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति की रक्षा के लिए यह व्रत करती हैं। रात्रि के समय भगवान शिव, चन्द्रमा, कार्तिकेय आदि के चित्रों व सुहाग की वस्तुओं की पूजा करती हैं। सबसे ऊपर चन्द्रमा, उसके नीचे शिव फिर नीचे कार्तिकेय का चित्र दीवार पर बनाकर उनका पूजन करना चाहिए। करवाचौथ के दिन निर्जला व्रत रहने का विधान है। सायंकाल चन्द्रमा को अर्घ्य देकर बिना नमक का भोजन करें। पीले मिट्टी की गौरी जी का चित्र बनाकर उनका पूजन करना चाहिए।
बाजार रहे गुलजार, खरीदारी करती रहीं महिलाएं
करवाचौथ व्रत को लेकर बाजार गुलजार रहे। महिलाएं की भीडृ खरीदारी के लिए उमड़ी। दुकानों पर कोरोना के बाद ग्राहकों की इतनी भीड़ दुकानदारों के चेहरे भी खिले दिखे। चूड़ी, बिदी, कपड़ों की दुकानों पर अधिक भीड़ दिखी तो चलनी की दुकानें सड़कों के किनारे अनेक स्थानों पर लगी हुई थीं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस भी मुस्तैद रही। बाजार करने आईं पूनम जायसवाल ने बताया कि पति की दीर्घायु होने से जुड़ा यह व्रत हमारे लिए पूरी तरह से खास होता है। रीता तिवारी कहती हैं कि त्योहार को लेकर खरीदारी करने आई हूं। यह पति की लंबी उम्र से जुड़ा व्रत हमारे लिए महत्वपूर्ण होता है। इसका शिद्दत से इंतजार रहता है।