Move to Jagran APP

भाजपा के विनय बने जिला पंचायत अध्यक्ष

कुशीनगर: कलेक्ट्रेट परिसर के डीएम कक्ष में बने मतदान केंद्र पर मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के हु

By JagranEdited By: Published: Wed, 26 Sep 2018 12:08 AM (IST)Updated: Wed, 26 Sep 2018 12:08 AM (IST)
भाजपा के विनय बने जिला पंचायत अध्यक्ष

कुशीनगर: कलेक्ट्रेट परिसर के डीएम कक्ष में बने मतदान केंद्र पर मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष के हुए उप चुनाव में भाजपा के विनय प्रकाश गोंड ने जीत दर्ज की। अपने प्रतिद्वंदी सपा प्रत्याशी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को सात मतों से हराया। जीत के बाद भाजपाई व समर्थक झूम उठे। दूसरी ओर हार के बाद सपा खेमे में मायूसी छा गई। इस उप चुनाव को लेकर भाजपा और सपा ने अपनी पूरी ताकत झोंकी थी। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 11 बजे से मतदान शुरू हुआ। कुल 67 जिला पंचायत सदस्यों को मतदान करना था। शाम तीन बजे तक हुए मतदान में कुल 65 सदस्यों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। पड़े 65 मतों में से भाजपा प्रत्याशी विनय प्रकाश गोंड को 36 मत मिले तो सपा प्रत्याशी व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश राणा को 29 मत मिले। जीत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी, डीएम डॉ. अनिल कुमार ¨सह ने विजयी प्रत्याशी को प्रमाण पत्र दिया। इसके बाद शांति व्यवस्थ के मद्देनजर नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष को पुलिस के साथ उनके आवास तक पहुंचाया गया। इधर जीत की खबर मिलते ही भाजपाई खुशी से झूम उठे तो सपा खेमे में मायूसी छा गई। चुनाव को लेकर भाजपा व सपा के दिग्गज लगे हुए थे। मतगणना के समय विधायक रजनीकांत मिण त्रिपाठी, जटाशंकर त्रिपाठी व भाजपा जिला महामंत्री मारकण्डेय शाही डटे रहे तो दूसरी ओर एक होटल में पूर्व कैबिनेट मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी, पूर्व सांसद बालेश्वर यादव, एमएलसी रामअवध यादव आदि जमे रहे।

loksabha election banner

----

फ्लैश बैक

पडरौना, कुशीनगर: जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर जनवरी वर्ष 2016 में हुए चुनाव में सपा प्रत्यशी हरीश राणा को जीत मिली थी। उस समय सभी 68 जिला पंचायत सदस्यों ने मतदान किया था, जिसमें सपा प्रत्याशी को 37 तो विनय प्रकाश गोंड को 30 मत मिले थे। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट पर निर्वाचित अध्यक्ष के विरुद्ध भाजपा विनय गोंड की अगुवाई में नौ अप्रैल 2018 को अविश्वास प्रस्ताव लाई और सात मतों से जिला पंचायत अध्यक्ष को अपनी कुर्सी अविश्वास के कारण गंवानी पड़ी थी।

----

निर्दल प्रत्याशी ने नहीं किया मतदान

-निर्दल प्रत्याशी ने मतदान प्रक्रिया में ही भाग नहीं लिया और अपना मत डालने नहीं पहुंची। एक और सदस्य ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। एक जिला पंचायत सदस्य का पद रिक्त चल रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.