व्यापारियों ने बाजार बंद रख किया विरोध प्रदर्शन
नेबुआ नौरंगिया थाने के पिपरा बाजार स्थित श्रीरसिक बिहारी ठाकुर जी मंदिर कुदरहा से जुड़े विवाद को लेकर शनिवार को थाने पहुंचे व्यापारियों की पिटाई का आरोप लगाकर स्थानीय दुकानदारों ने रविवार को बाजार बंद रखा। पुलिस की कार्यप्रणाली का विरोध व थानाध्यक्ष को हटाए जाने की मांग को लेकर विधायक अजय कुमार लल्लू की अगुवाई में व्यापार मंडल ने विरोध प्रदर्शन किया।
कुशीनगर: नेबुआ नौरंगिया थाने के पिपरा बाजार स्थित श्रीरसिक बिहारी ठाकुर जी मंदिर कुदरहा से जुड़े विवाद को लेकर शनिवार को थाने पहुंचे व्यापारियों की पिटाई का आरोप लगाकर स्थानीय दुकानदारों ने रविवार को बाजार बंद रखा। पुलिस की कार्यप्रणाली का विरोध व थानाध्यक्ष को हटाए जाने की मांग को लेकर विधायक अजय कुमार लल्लू की अगुवाई में व्यापार मंडल ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए विधायक लल्लू ने कहा कि भाजपा सरकार में कानून व्यवस्था बेपटरी तो नौकरशाही बेलगाम हो गई है। थाने में अपना पक्ष रखने गए लोगों पर पुलिस ने लाठियां बरसा कर सरकार का असली चेहरा उजागर किया है। कहा कि थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ ही ग्रामीणों के खिलाफ की गई कार्रवाई को वापस नहीं लिया गया तो सदन में इस मामले को उठाया जाएगा। लोगों ने बताया है कि मंदिर के पुजारी शत्रुघ्न दास द्वारा पुलिस से शिकायत की गई थी कि गोबरी, बेचू, प्रेम, पंकज, दिनेश, सच्चिदानंद, विचण्डी आदि ने मंदिर में ताला लगा दिया है। थानाध्यक्ष निर्भय ¨सह ने संबंधित लोगों को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। इसकी सूचना पाकर बाजार के दर्जनों लोग थाने में पहुंच गए। अचानक भीड़ देख थानाध्यक्ष भड़क गए और आरोपित तीन लोगों को थाने में बैठा अन्य को पुलिस खदेड़ने लगी। कई लोगों की पुलिस ने पिटाई की। प्राथमिक विद्यालय परिसर में सभा के बाद व्यापारी व ग्रामीण विधायक की अगुवाई में पुलिस व सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसी नेता मनीष जायसवाल, पूर्वांचल व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सैनी, गोबरी, लतीफ, मुनीब, रमेश, मैनेजर, प्रेम, पप्पू, मनोज, दिनेश, भोला, नत्थू, बबलू, गौतम, ¨प्रस, पंकज सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे।
-----
इनसेट.
क्या है कुदरहा मंदिर का विवाद
-नेबुआ नौरंगिया थाने के पिपरा बुजुर्ग गांव स्थित श्रीरसिक बिहारी ठाकुर जी मंदिर का वर्ष 1904 में निर्माण हुआ था। मंदिर के नाम से दो एकड़ 95 डिस्मिल भूमि है। कई गांवों के लोगों द्वारा यहां पूजन-अर्चन किया जाता है। मौजूदा समय में मंदिर के पुजारी शत्रुघ्न दास का कहना है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के समापन के बाद कुछ लोगों द्वारा मेरी गैर मौजूदगी में मंदिर प्रागंण में प्रतिमा रख दी गई जो खंडित हो चुकी थी। दूसरी जगह रखवाते समय श्रीकृष्ण प्रतिमा टूट गई। इसके विरोध में व्यापारी व ग्रामीणों ने मंदिर में आकर हंगामा करते हुए साधुओं के प्रति अपशब्दों का प्रयोग किया गया। बीते 13 सितंबर को मेरी गैर मौजूदगी में कुछ शरारती तत्व मंदिर परिसर में शराब का सेवन कर रहे थे। मना करने पर उनके द्वारा मंदिर के कमरों में अपना ताला लगा मुझे निकाल दिया और दिखाई न देने की धमकी देने लगे। जिसकी जानकारी मंदिर के महंत गंगादास जनपद बस्ती को दी। उनके कहने पर एक दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर थाने में सौंपा।
---
निर्दोष लोगों का नाम निकाले जाने की मांग
-पिपरा बाजार में पुलिस द्वारा पिटाई के विरोध में बाजार बंदी व प्रदर्शन की सूचना मिलने पर भाजपा नेता गोल्डी जायसवाल व हियुवा नेता राजन जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि थानाध्यक्ष को निलंबित कराया जाएगा और निर्दोष लोग पुलिस की गिरफ्त से दूर होंगे। उन्होंने थानाध्यक्ष से मिल कर निर्दोष लोगों का नाम मुकदमा से निकलने की मांग की।
----
क्या कहते हैं पुजारी
-पुजारी शत्रुघ्न दास का कहना है कि अराजक तत्वों से हम आजिज आ चुके हैं। उनके द्वारा अक्सर मंदिर परिसर में बैठ कर शराब का सेवन किया जाता है व स्कूलों से लौट रही छात्राओं के साथ छेड़छाड़ किया जाता है। विरोध करने पर उनके द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया जाता है।
-----
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
-थानाध्यक्ष निर्भय ¨सह का कहना है कि तहरीर के आधार पर कार्रवाई की गई है। एक साथ काफी संख्या में थाने में लोगों के आ जाने की वजह से उन्हें परिसर से हटाया गया था। पुलिस द्वारा लोगों को पीटने बात निराधार है। शांति व्यवस्था में खलल डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।