पडरौना नगर की जनता की हुई जीत
नगरपालिका के सीमा विस्तार को लेकर हाईकोर्ट में लंबित रिट याचिका संख्या-34463/2017 एवं अवमानना वाद संख्या-4758/2017 में नगर विकास विभाग को दिए गए आदेशों के क्रम में सोमवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतिम मोहर लगा दी है।
कुशीनगर: नगरपालिका के सीमा विस्तार को लेकर हाईकोर्ट में लंबित रिट याचिका संख्या-34463/2017 एवं अवमानना वाद संख्या-4758/2017 में नगर विकास विभाग को दिए गए आदेशों के क्रम में सोमवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंतिम मोहर लगा दी है। यह जीत पडरौना नगर के लोगों की जीत है। नगर के सीमावर्ती 18 ग्राम पंचायतों के 31 गांव शामिल किए गए हैं। सरकार के इस निर्णय पर सीमा विस्तार याचिका की पैरवी कर रहे बहुजन समाज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष शाहिद लारी और कुशीनगर सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष गिरीश चंद्र चतुर्वेदी ने प्रसन्नता जताई। कहा कि पडरौना नगरपालिका के सीमा विस्तार के लिए वर्ष 2007 से लगातार जिलाधिकारी के माध्यम कई बार पत्रावली प्रदेश सरकार को भेजी गई। कहा कि पडरौना नगरपालिका का गठन एक अक्टूबर 1950 में हुआ था। कुशीनगर और हाटा नगरपालिका का सीमा विस्तार हो गया, लेकिन पडरौना का प्रस्ताव राजनीतिक दबाव से प्रभावित कराया जा रहा था। मजबूर होकर 10 अगस्त 2017 को उच्च न्यायालय इलाहाबाद की शरण में जाना पड़ा था। काफी संघर्ष के बाद सफलता मिली है।
अपना दल के जिलाध्यक्ष राजू सिंह पटेल ने प्रसन्नता जताई। कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता की मांग को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया है। इससे फाजिलनगर व दुदही के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा और पडरौना नगर में शामिल होने वाले गांवों के लोगों को शहरी सुविधाएं मिलेंगी।