सड़कों पर गड्ढों की भरमार, मुश्किल में सफर
जागरण संवाददाता पडरौना कुशीनगर सड़कों को गड्ढामुक्त करने में बरती जा रही लापरवाह
जागरण संवाददाता, पडरौना, कुशीनगर: सड़कों को गड्ढामुक्त करने में बरती जा रही लापरवाही राहगीरों पर भारी पड़ रही है। सदर से लेकर सभी तहसील क्षेत्रों में मुख्य व संपर्क मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। लोगों का आना-जाना मुश्किल हुआ है, गिरने से लोग घायल हो रहे हैं। फिर भी ग्राम पंचायत, नगर पंचायत, नगरपालिका हो या लोक निर्माण विभाग के अधिकारी किसी को कोई मतलब नहीं रह गया है।
नगर के तिलक चौक की स्थिति देख लें तो यहां सड़क पूरी तरह टूट चुकी है, आते-जाते लोग मुसीबत झेल रहे हैं। नगर का यह मुख्य मार्ग है खिरकिया होते हुए बिहार तक जाती है। अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन वह भी हिचकोले खाते हुए रास्ता पार कर ले रहे हैं, समस्या के समाधान के प्रति रुचि नहीं ले रहे हैं। इसी तरह रामकोला उपनगर का चीनी मिल मार्ग भी चलने लायक नहीं रह गया है।
मंसाछापर: खंड विकास विशुनपुरा का त्रिलोकपुर-खिरकिया सड़क भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी है। यह सड़क जनपद के आधा दर्जन और बिहार प्रांत के दर्जन भर गांवों को जोड़ती है। सड़क पूरी तरह टूट जाने से चालकों और सवारियों का रास्ता तय करना मुश्किल हो रहा है। क्षेत्र के देवीकांत पांडेय, बबलू कुशवाहा, गोरख पटेल, कृष्णमुरारी पांडेय, ओमप्रकाश यादव, वीरेंद्र पांडेय, मोती लाल शर्मा, शेषनाथ प्रसाद, कमलेश पांडेय, कन्हैया श्रीवास्तव समेत अन्य लोगों ने सड़क की मरम्मत कराए जाने की मांग की है
कठकुइयां : रेलवे स्टेशन मार्ग का बुरा हाल है। इस पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने से आवागमन में लोगों को भारी परेशानी हो रही है। आसपास दुकान किए राजू गुप्ता, उमेश गुप्ता, राजकुमार, शंकर मद्वेशिया, भागवत सिंह, दिनेश, महेंद्र जायसवाल का कहना है कि कई बार इसकी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, अब आंदोलन और धरना-प्रदर्शन ही एक रास्ता है। चुकी है, लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं, अब आंदोलन और धरना-प्रदर्शन ही एक रास्ता है।