112 संस्थाओं के 18 हजार बच्चों की फंसी छात्रवृति
कुशीनगर: जिले में दशमोत्तर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। जिला समाज
कुशीनगर: जिले में दशमोत्तर छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति का मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। जिला समाज कल्याण विभाग ने जनपद में 18 हजार छात्र व छात्राओं का डाटा संदिग्ध चिह्नित किया है जो आईटीआई, बीएड, बीटीसी आदि 112 संस्थाओं में शिक्षण व प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। आनलाइन भरे गए आवेदन में मिली त्रुटियों को ठीक कराने का अवसर दिए जाने के बाद भी संबंधित शिक्षण संस्थान के जिम्मेदार इसका संज्ञान नहीं ले रहे हैं। यदि 17 जनवरी तक संस्थाओं द्वारा दस्तावेज व आपत्तियां विभाग में दाखिल नहीं की गई तो सभी के आनलाइन डाटा जब्त कर आवेदन पत्र निरस्त कर दिए जाएंगे। जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र कुमार ¨सह ने बताया कि पूर्व में 17 महाविद्यालय चिह्नित हुए थे। इनकी संख्या बढ़कर अब 112 हो गई है। बताया कि विभिन्न 26 कारणों से डाटा संदिग्ध पाया गया है। सभी संस्था प्रमुखों को विभागीय स्तर पर सूचित कर 15 से 17 जनवरी तक संदिग्ध डाटा को दुरुस्त कराने के लिए आपत्तियां मांगी गई है। पहले दिन मंगलवार को किसी संस्था ने बच्चों के हित में आपत्ति दाखिल नहीं किया। शेष रह गए दो दिनों तक विभाग इंतजार करेगा। बावजूद इसके संस्था प्रमुखों ने कोई रूचि नहीं दिखाई तो आनलाइन भरे गए सभी आवेदन पत्रों का डाटा संदिग्ध पाए जाने के आधार पर 18 जनवरी से जब्त कर डिलीट कर दिया जाएगा। आपत्ति दाखिल करने की तिथि बढ़ाने के सवाल पर जिला समाज कल्याण अधिकारी ने उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना होना बता नहीं बढ़ा सकने की विवशता जाहिर की।