धनतेरस के स्वागत को तैयार बर्तन के बाजार
धन संपदा की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी के प्रति आस्था का उत्साह परवान चढ़ने लगा है। अबकी 25 अक्टूबर को पड़ रहे धनतेरस की तैयारी जोरों पर है। बर्तन कारोबारी उत्साहित हैं।
कुशीनगर: धन संपदा की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी के प्रति आस्था का उत्साह परवान चढ़ने लगा है। अबकी 25 अक्टूबर को पड़ रहे धनतेरस की तैयारी जोरों पर है। बर्तन कारोबारी उत्साहित हैं। स्टील, पीतल, कांसा, ताबा के बर्तनों की आवक अंतिम दौर में है तो गोदाम में पड़े इन बर्तनों को झाड़-पोछ कर दुकानों पर सजाया जा रहा है। कारोबारी दुकान की लुक बदलने में लगे हैं तो जरूरत की हर छोटे-बड़े बर्तनों को सूचिबद्ध कर स्टाक भरा जा रहा है। गत वर्ष की बिक्री में 40 से 50 फीसद अधिक स्टाक भरा जा रहा है।
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कारोबारियों की जुबानी
-साहबगंज के कारोबारी हरिलाल जायसवाल कहते हैं धनतेरस पर कटोरी, चम्मच, कांटा, गिलास, पलटा, भगोना, तावा, चाकू, जग, फ्राइपिन जैसे छोटे बर्तनों की खरीद सर्वाधिक होती है। हर आदमी इस मौके पर श्रद्धा से यथा शक्ति बर्तनों की खरीद करता है। इसलिए इनकी आवक बढ़ गई है। बेलवा चुंगी के कारोबारी मोहन जायसवाल कहते हैं लोग छह माह की अपनी जरूरतों को धनतेरस के लिए रोके रहते हैं। हर वेरायटी के बर्तनों की आवक हो गई है। कहते हैं कि गत की तुलना में इस वर्ष भाव में 10 से 15 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
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कहां-कहां हैं दुकानें
-साहबगंज, बेलवा चुंगी, गुदरी बाजार, तिलक चौक, सेंट्रल बैंक रोड, गंगीराम मंदिर रोड, राज दरबार रोड पर बर्तन की दुकानें सजने लगी हैं। कारोबारी धनतेरस की तैयारी में बर्तन की नई खेप मंगाने लगे हैं तो स्टाक में रखे बर्तनों को झाड़-पोछ कर करीने से सजाने लगे हैं। डेली यूज वाले बर्तनों की मांग के अनुरूप इन पर खासा जोर दिया जा रहा है।