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रिग बाध कटा, तीस रिहायशी झोपड़यिां नदी में विलीन

तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के दुदही विकास खंड में स्थित अमवाखास बांध के किमी 7.800 स्पर से मुख्य बांध को बचाने के लिए 19 वर्ष पूर्व बना हसुअही तक बना एक किमी लंबा रिग बांध शुक्रवार की रात लगभग दो बजे से कटना शुरू हुआ और शनिवार की सुबह 200 मीटर की लंबाई में कट गया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Sep 2019 11:09 PM (IST)Updated: Sat, 21 Sep 2019 11:09 PM (IST)
रिग बाध कटा, तीस रिहायशी झोपड़यिां नदी में विलीन

कुशीनगर : तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के दुदही विकास खंड में स्थित अमवाखास बांध के किमी 7.800 स्पर से मुख्य बांध को बचाने के लिए 19 वर्ष पूर्व बना हसुअही तक बना एक किमी लंबा रिग बांध शुक्रवार की रात लगभग दो बजे से कटना शुरू हुआ और शनिवार की सुबह 200 मीटर की लंबाई में कट गया।

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यहां नारायणी नदी की धारा बैक रोलिग करते हुए कटान को अंजाम दे रही है। रिग बांध कटने का परिणाम हुआ कि बांध के किनारे बसे लोगों की तीस रिहायशी झोपड़ियां भी देखते देखते नदी में समा गईं। अब नदी की धारा मेन बांध से बांध

की दूरी महज पांच मीटर शेष रह गई है और कटान तेज है। कटान रोकने के लिए युद्ध स्तर पर लगे अधिकारी

भयावह स्थिति को देखते हुए डीएम अनिल कुमार सिंह, एसडीएम अरविद कुमार,एसपी विनोद कुमार मिश्र , अधीक्षण अभियंता केके राय, अधिशासी अभियंता भरत राम मौके पर कैंप कर बचाव व राहत कार्य में लगे हुए हैं।

बोल्डर गिराकर कटान को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। पल-पल की स्थिति पर डीएम व अधीक्षण अभियंता नजर रखे हुए हैं। अपने मातहतों को उन्होंने निर्देश दे रखा है कि बचाव व राहत कार्य में कोई न होने पाए।डीएम ने राजस्व कर्मियों व ग्राम पंचायत अधिकारी को निर्देशित किया कि जिन लोगों का घर नदी में विलीन हो गया है उनको सूचीबद्ध कर पूरा ब्योरा उपलब्ध कराएं। प्रधान प्रतिनिधि अशर्फी यादव, मुन्नीदेव मिश्र व ग्राम पंचायत सदस्यों ने डीएम से बांध को बचाने की मांग की। डीएम ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि किसी भी हालत में बांध को कटने नही दिया जाएगा।

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नदी में विलीन हुए इनके घर

नारायणी के आगोश में जगदेव इन्दल, शम्भू, सुरेन, परशुराम, सुकवरिया, अमे़रिका, अजित, सुजीत, भोला,रामाधार, लालती देवी, डेलिया देबि, शिवनाथ, राजेश रामआसरे फूलमती देवी, हेमन्त, अमला , बासमती, आलोक हीरा राजकुमार, फूलमती , बढ़ाई आदि तीस लोगों का घर नदी में विलीन हो गया है। प्रधान प्रतिनिधि अशर्फी यादव ने कटान पीड़ितों के खाने-पीने की व्यवस्था गांव के पंचायत भवन में की है। ग्राम पंचायत सदस्य देखरेख में जुटे हैं।

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बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी : अधीक्षण अभियंता

बाढ़ खंड गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता केके राय ने बताया की किमी 7.800 पर बांध को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। सीमेंट की बोरियां, इशी बैग, बोल्डर, वायर क्रेट डालकर बचाव कार्य किया जा रहा है। अधिशासी अभियंता भरत राम, सहायक अभियंता हरिशंकर पांडेय सहित पांच अवर अभियंता वीपी सिंह, पारसनाथ, महेश सोनकर, संतोष यादव, शीलभद्र सिंह मौके पर कैंप कर रहे है।

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बांध को लेकर सरकार गंभीर नहीं : विधायक

विधायक अजय लल्लू ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार को बांध के किनारे बसे गरीब लोगों की कोई परवाह नही है। बांध को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।

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लोगों के पलायन को लेकर अलर्ट पर बार्डर इलाके की पुलिस कुशीनगर: नारायणी की कहर को देखते हुए बार्डर के थानों को अलर्ट कर दिया गया है। बड़ी संख्या में लोगों के पलायन के चलते अफरा-तफरी का माहौल है। ऐसे में शरारतीतत्व या पेशेवर अपराधी कानून-व्यवस्था में बाधा न उत्पन्न कर दें इसे लेकर थानेदारों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने विशुनपुरा, बरवापट्टी, सेवरही व तरयासुजान थाने को अलर्ट करते हुए दिन-रात पेट्रोलिग करने का निर्देश दिया है।

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बच्चों, महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर

-बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बच्चों व महिलाओं की सुरक्षा पुलिस की प्राथमिकता है। पुलिस नारायणी नदी के आस-पास के गांवों में नियमित रूप से गश्त कर बच्चों व महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरत रही है।


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