पर्यटक स्थली के रूप में विकसित होगा फाजिलनगर
पावानगर पर्यटक स्थली के रूप मे विकसित होगा तो युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और युवाओं का पलायन भी रुकेगा। पावानगर भगवान महावीर स्वामी की परिनिर्वाण स्थली है। यहां गौतम बुद्ध व महावीर स्वामी से जुड़ी अनेक धरोहर हैं
कुशीनगर : पावानगर पर्यटक स्थली के रूप मे विकसित होगा तो युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और युवाओं का पलायन भी रुकेगा। पावानगर भगवान महावीर स्वामी की परिनिर्वाण स्थली है। यहां गौतम बुद्ध व महावीर स्वामी से जुड़ी अनेक धरोहर हैं। यहां विदेशी सैलानियों के अवागमन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी, जिससे फाजिलनगर क्षेत्र भी पर्यटन के रूप में विकसित होगा। यह बातें मंगलवार को देवरिया के पूर्व सांसद व लेफ्टिनेंट जनरल श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी के पुत्र व सामाजिक कार्यकर्ता शशांक मणि त्रिपाठी ने पत्रकार वार्ता में कही। कहा कि इतिहासकारों के अनुसार भगवान बुद्ध बौद्ध गया में ज्ञान प्राप्त करने के बाद बिहार के हस्तीग्राम, फाजिलनगर क्षेत्र के बुद्ध काल के भोगनगर भारतीरा होते हुए कुशीनारा की यात्रा तय की थी। कहा कि महावीर स्वामी की परिनिर्वाण स्थली पावानगर जैन धर्मावलंबियों से जुड़ा हुआ है। अगर यह स्थल पर्यटक स्थल के रूप मे विकसित हो जाता है तो यहां के युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। कहा कि क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित कराना मेरा लक्ष्य है। इसे लेकर जल्द ही वह मुख्यमंत्री तथा पर्यटन मंत्री से मिलेंगे। अवसर पर धनंजय राय, आलोक कुमार, विद्याधर ओझा, रामकुंवर दूबे, प्रभुनाथ शुक्ल, दुर्गेश राय आदि उपस्थित रहे।