ओडीओपी को परवान चढ़ाने की तैयारी
गन्ना धान व गेहूं की तरह से कदम-कदम पर खेतों में केला लहलहाएगा।
कुशीनगर : एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) के तहत जनपद में केले के तना, रेशा, फल व पत्तियों से बनने वाले विभिन्न उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज हुई है। उद्यमियों को प्रेरित करने, ऋण देकर उद्योग स्थापित करने, पैदावार बढ़ाने के लिए किसानों को उत्साहित किया जा रहा है।
इससे अब तक फल के अलावा खेतों में फेंक दिया जाने वाला तना भी कीमती हो जाएगा। तने की प्रोसेसिग कर धागा बनेगा। जिससे कपड़ा, रस्सी, चटाई, कपड़ा, चप्पल, तस्तरी, कप, गिलास, थाली, झोला, पर्स बनेगा। गन्ना, धान व गेहूं की तरह से कदम-कदम पर खेतों में केला लहलहाएगा।
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उद्यमियों को मिलेगा ऋण
-ओडीओपी योजना में केला से विभिन्न उत्पादों का निर्माण अथवा व्यापार करने के लिए प्रत्येक उद्यमी को 150 लाख रुपये तक का ऋण अनुदान पर उपलब्ध है। केले का चिप्स, पापड़, कैंडी, राइपनिग प्लांट व कोल्ड स्टोरेज के लिए भी ऋण मुहैया कराने की योजना है। प्रोजेक्ट लागत का 10 से 25 फीसद अनुदान देय है।
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-ओडीओपी योजना बेरोजगारी दूर करने के साथ ही आर्थिक उत्थान का बेहतर माध्यम है। शासन के निर्देश पर उद्यमियों को 150 लाख तक का ऋण मुहैया कराया जा रहा है।
-अभय कुमार सुमन, उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र, पडरौना
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केले का भी तय हो समर्थन मूल्य
पडरौना: जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र पर बुधवार को बैठक में ओडीओपी योजना को लेकर उद्यमियों ने अनेक प्रस्ताव दिए तो किसानों ने अपनी मांगें रखीं। तमकुहीराज की उद्यमी अनिता राय, विरेंद्र प्रसाद ने अपनी बात रखी। गेहूं की तरह केले का भी समर्थन मूल्य घोषित किए जाने की मांग किसानों ने की। उपायुक्त उद्योग ने ऋण व अनुदान के संबंध में जानकारी दी। सुनील त्यागी, राज नारायण राम, सुप्रिम मालवीय, हरिशंकर राय, दिलीप सिंह, किसान एवं उद्यमी मौजूद रहे।