बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं देवराजपुर के लोग
विकास खंड के गांव देवराजपुर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां के ग्रामीण सड़क पेयजल पेंशन जैसी लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं तो नाली पानी सड़क खड़ंजा जैसी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गांव की आबादी दो हजार के करीब है। देवराजपुर बाजार टोला व सतदेव टोला में विभक्त यह गांव हाटा-पिपरा मार्ग पर स्थित है जो तीनों टोलों को जोड़ता है।
कुशीनगर : विकास खंड के गांव देवराजपुर में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यहां के ग्रामीण सड़क, पेयजल, पेंशन जैसी लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं तो नाली, पानी, सड़क, खड़ंजा जैसी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। गांव की आबादी दो हजार के करीब है। देवराजपुर, बाजार टोला व सतदेव टोला में विभक्त यह गांव हाटा-पिपरा मार्ग पर स्थित है, जो तीनों टोलों को जोड़ता है। पिच सड़क जगह-जगह टूट चुकी है। रामनेती के घर से प्राथमिक विद्यालय होते हुए बाजार टोले तक की सड़क के किनारे पक्की नाली का निर्माण न होने से घरों के नाबदान का गंदा पानी सड़क पर पसर रहा है। सतदेव टोला पर खाड़ पुल से लेकर भजन चौहान के घर तक खड़ंजा धंस गया है।
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इन्हें है पेंशन की दरकार
-गांव के 65 वर्षीय बनवारी, 62 वर्षीय सुदर्शन व 61 वर्षीय गुलाब को वृद्धावस्था पेंशन की दरकार है। औपचारिकता पूरी करने के डेढ़ साल बाद भी पेंशन नहीं मिला। राधिका देवी, बिन्दू देवी, माया देवी ने कहा कि सरकार विधवा पेंशन तत्काल स्वीकृत करने की बात कह रही है, लेकिन आनलाइन करने के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पात्र बुजुर्ग महिलाएं पेंशन की टकटकी लगाए बैठी हैं।
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ग्रामीणों की जुबानी
-भृगुराशन कहते हैं इंडिया मार्का हैंडपंप रीबोर के अभाव में बेकार पड़े हैं। उन पर खर पतवार चढ़ गया है। छोटे नल का पानी पीने के लिए ग्रामीण मजबूर हैं। ग्राम प्रधान कृष्णप्रताप राव उर्फ लड्डू बाबू ने कहा कि छोटा गांव होने के कारण बजट भी कम आ रहा है। उसी में यथासम्भव सभी टोलों पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं।