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शवों का जल प्रवाह रोकने को नेपाल सीमा पर पीएसी तैनात

कुशीनगर से सटे नेपाल सीमा से बहकर आते शवों को स्थानीय नाविकों ने देखा इस संबंध में नाविकों ने जिम्मेदारों को जानकारी दी इसके अलावा स्थानीय लोग भी नदी में शव प्रवाहित कर रहे हैं इसकी भी सूचना मिल रही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 May 2021 11:48 PM (IST)Updated: Sat, 15 May 2021 11:48 PM (IST)
शवों का जल प्रवाह रोकने को नेपाल सीमा पर पीएसी तैनात

कुशीनगर : नेपाल से होकर भारत आने वाली नारायणी नदी में शवों के जल प्रवाह की सूचना के बाद इस पर निगरानी व रोक लगाने को भारत-नेपाल सीमा पर शनिवार की देर शाम पीएसी तैनात कर दी गई। नेपाल में कोरोना संक्रमण के बाद हो रही लगातार मौतों के बाद शवों को अधिक संख्या में नदी में बहाया जा रहा है। शव बहकर भारत की सीमा में आ रहे हैं। स्थानीय लोगों द्वारा भी शवों का जल प्रवाह नदी में करने की बात सामने आई है।

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नेपाल से शवों के बहाए जाने की चर्चा एक सप्ताह से चल रही है। नाविक शवों को देख सहम गए है। नाविक केदार, हरी, अरविन्द्र, मदन, राजेश साहनी व राजेन्द्र ने बताया कि एक दिन तो 47 शव प्लास्टिक में लिपटे नेपाल की ओर से बहकर आते दिखे थे। रोज शव उधर से बहकर इधर आते हैं। शवों की ठीक से गिनती तो नहीं पता, लेकिन अब तक सौ से अधिक शव बहकर उधर से आए होंगे, हमने अपनी आंखों से देखा है।

दूसरी ओर प्रशासन को भी यह सूचना मिली कि स्थानीय लोगों द्वारा भी शवों को नदी में बहाया जा रहा है। इसको लेकर फौरी कार्रवाई करते हुए डीएम एस राजलिगम ने 26 वीं वाहिनी पीएसी की जल टुकड़ी की तैनाती नारायणी नदी के पास भैसहां में की है। यहां के जूनियर हाईस्कूल में जवान कैंप कर रहे हैं। पीएसी पता करेगी कि शव कहां से और क्यों नदी में प्रवाहित किए जा रहे हैं। उस पर रोग लगाने के साथ उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराएंगे। सूबेदार राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि कोविड-19 को लेकर सरकार सख्त है। नदी में कोरोना से मरे हुए लोगों की लाश नदी में फेंक रहे हैं, उसी को रोकने को बटालियन नदी में सर्च के लिए लगाई गई है।

शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार है उद्देश्य: एसपी

शवों को उचित तरीके से अंतिम संस्कार हो इसको लेकर कदम उठाए जा रहे हैं। जो मजबूरी में जल प्रवाह कर रहे हैं, उनको अंतिम संस्कार के लिए मदद दी जाएगी। इसके बाद भी कोई नदी में शव का जल प्रवाह करता है तो कार्रवाई की जाएगी। नेपाल से आने वाले शवों को लेकर भी बात की जाएगी।

नदी के शवों के जल प्रवाह पर रोक प्राथमिकता: डीएम

डीएम एस राजलिगम ने बताया कि पीएसी को इसलिए लगाया है कि नदी में शवों को प्रवाहित करने से रोका जाए। कोई मजबूरी में ऐसा कर रहा है तो उसे मदद दी जाएगी ताकि शवों का सम्मानजनक ढंग से अंतिम संस्कार करें, जल प्रवाह न करें। नेपाल से शव बहकर आने की बात पुख्ता हुई तो रिपोर्ट भेजी जाएगी। उस पर प्रभावी रोग लगेगी।


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