संगठित परिवार में आएगी खुशहाली: दिव्य सागर
देश रूपी तालाब में दो प्रकार की मछली रहती हैं। एक मछली कहती है कि मेरा परिवार अछा हो मेरा स्वास्थ्य अछा हो मेरे बचे अछे हो और मेरी जीवन अछी हो। जबकि दूसरी मछली कहती है कि पूरा तालाब यानी पूरा संसार अछा हो।
कुशीनगर: देश रूपी तालाब में दो प्रकार की मछली रहती हैं। एक मछली कहती है कि मेरा परिवार अच्छा हो, मेरा स्वास्थ्य अच्छा हो, मेरे बच्चे अच्छे हो और मेरी जीवन अच्छी हो। जबकि दूसरी मछली कहती है कि पूरा तालाब यानी पूरा संसार अच्छा हो।
यह बातें फाजिलनगर स्थित काली मंदिर परिसर में चल रहे नौ दिवसीय श्रीमछ्वागवत कथा के सातवें दिन शुक्रवार की रात कथावाचक दिव्य सागर ने कही। कहा कि परिवार संगठन और देश संगठन मजबूत हो तो कोई दुश्मन सेंध नहीं लगा सकता। संगठन का जीवन में बहुत ही महत्व है। जहां संगठन होता है वहां खुशी, प्रेम और सछ्वावना होती है। स्वयं दैवीय शक्तियां काम करने लगती हैं। इसलिए हर मनुष्य को अपना परिवार संगठित रखना चाहिए। जब परिवार संगठित होगा तो समाज मजबूत होगा और देश स्वत: मजबूत हो जाएगा। जिस दिन यह टूट गया हम स्वत: समाप्त हो जाएंगे।
कथा का शुभारंभ भाजपा नेता बैरिस्टर जायसवाल व सीओ जोश ने दीप प्रज्वलित कर किया।
ओमप्रकाश सिंह उमा, दिनेश सिंह, ब्यास सिंह, यशपाल सिंह, धीरज वर्मा, सत्येंद्र सिंह, पिटू राव, गिरजेश सिंह, रितेश जायसवाल, यतेंद्र, राहुल सिंह, शत्रुमर्दन प्रताप शाही, मनोज श्रीवास्तव अध्यक्ष व्यापार मंडल, मंत्री व्यास सिंह, संदीप सिंह आदि उपस्थित रहे।