चुनौतीपूर्ण है आनलाइन शिक्षण, साबित हो रहा उपयोगी
कठिन सवालों के न समझ में आने पर फौरन उसका निदान कर दिया जाता है।
कुशीनगर : रामकोला विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय शुक्ल टोला हुड़वा के प्रभारी प्रधानाध्यापक आनंद सिंह ने कहा कि इंटरनेट में तीव्रता न होने व ग्रामीण क्षेत्रों में 60 फीसद बच्चों व उनके अभिभावकों के पास मोबाइल का एंड्रायड वर्जन न होने से वीडियो व आडियो से शिक्षण कार्य पूरी तरह से सफल नहीं हो पा रहा है। हां, जिन बच्चों के पास है उनकी पढ़ाई बेहतर हो रही है। उनके मन में उठी जिज्ञासाओं, कठिन सवालों के न समझ में आने पर फौरन उसका निदान कर दिया जाता है।
----
बच्चों की जुबानी
-कक्षा आठ के अभिनव तिवारी कहते हैं लॉकडाउन में आनलाइन पढ़ाई सार्थक साबित हो रहा है। अब तक हर विषय का दो पाठ पूरा हो गया है। जो समझ में नहीं आता उसे आडियो रिकार्ड कर भेजने पर सर से तुरंत जवाब भी मिल जाता है।
---
-कक्षा सात की श्रेयांशी गुप्ता कहती है कि सर आडियो में पूरी व्याख्या करके भेज देते हैं। सब कुछ आसानी से समझ में आ जाता है। लॉकडाउन में आनलाइन पढ़ाई से बहुत सहुलियत मिली है।
---
-कक्षा दो की अदिति चौहान ने कहा कि वीडियो व आडियो के माध्यम से जो सिखाया जाता है, वह पूरी तरह से समझ में आ जाता है। गणित व विज्ञान झट समझ में आ जाता है। अब अधिक से अधिक गृह कार्य मिलने की अपेक्षा बढ़ने लगी है।
---
-कक्षा पांच की सृष्टि सिंह ने कहा कि मुझे अंग्रेजी व सोशल स्ट्डी में दिक्कत रहती थी। लॉकडाउन में आनलाइन पढ़ाई का बहुत फायदा हुआ है। हर बिदु की क्लीयर व्याख्या से हर विषय आसानी से समझ में आ जाता है। समय का उपयोग अच्छा हो रहा है।