नवंबर में मिल जाएगा सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
कुशीनगर: कुशीनगर नगरपालिका क्षेत्र में सड़क किनारे कूड़े का ढेर और उसके दुर्गंध से अब लोगों को निजात मिलने वाली है। बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए 5.65 करोड़ रुपये की लागत से सालिड वेस्ट मैनेजमेंट परियोजना पर कार्य शुरू हो गया है। इसके बन जाने से जहां एक ओर प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी, वहीं कूड़े कचरे से बनाई गई खाद का प्रयोग किसान कर सकेंगे। यदि सबकुछ ठीक रहा तो नवंबर तक परियोजना धरातल पर होगी।
क्षेत्र के सिसवा महंथ में डंपिंग ग्राउंड के लिए नगरपालिका ने भूमि चिह्नित की है। नपा के 27 वार्डों से प्रतिदिन लगभग 30 टन कूड़ा निकलता है। यह या तो डंपिंग ग्राउंड में फेंका जाता है या आसपास मार्ग के किनारे गिरा दिया जाता है, जिसके सड़ने के बाद राहगीरों को परेशानी होती है। कार्यदायी संस्था सीएनडीएस (निर्माण और डिजाइन सेवाएं) परियोजना पर कार्य तेजी से करा रही है। नींव एवं पिलर बनाने का कार्य चल रहा है। भंते अशोक ने कहा कि प्लांट के अभाव में पर्यटक स्थली में पुरातात्विक महत्व के स्थलों पर प्रदूषण का खतरा उत्पन्न हो गया था। प्लांट लग जाने से बुद्धस्थली प्रदूषण मुक्त हो जाएगी। इससे विदेशी पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी। ईओ प्रेमशंकर गुप्त ने बताया कि परियोजना काफी दिनों से लंबित थी। कुछ अड़चनों की वजह से कार्य शुरू नहीं हो पा रहा था। अब अड़चनें दूर हो गई हैं। कार्यदायी संस्था ने नवंबर तक परियोजना हैंड ओवर करने की बात कही है। इसके बन जाने के बाद नगर प्रदूषण मुक्त हो जाएगा।