न्यायिक धर्म का करें पालन : चीफ जस्टिस
कुशीनगर: पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति एपी शाही ने कहा कि न्यायिक कार्य अत्यंत विराट कार्य
कुशीनगर: पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति एपी शाही ने कहा कि न्यायिक कार्य अत्यंत विराट कार्य है। न्यायिक परिवार का कार्य है, सत्य को खोजना। इस खोज में जो संतुष्टि है, वह दुनिया में कहीं नहीं मिलती। अधिवक्ताओं का योगदान मानवता के प्रति सर्वोच्च योगदान है। हर स्थिति में अधिवक्ताओं को हौसले के साथ न्यायिक धर्म का पालन करना चाहिए। अच्छे कार्य का फल आज नहीं तो कल अवश्य मिलता है। चीफ जस्टिस गुरुवार को सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कसया के अधिवक्ताओं को संबोधित कर रहे थे। संघ ने जिले के निवासी चीफ जस्टिस के सम्मान में समारोह का आयोजन किया था। उन्होंने कहा कि मैं भी इसी मंदाकिनी से निकला हूं। परिवर्तन ही शाश्वत है। परिवर्तन की बयार में ठांव कहीं न कहीं मिल जाती है। कहा कि मतलब परस्त के बजाय अच्छा कर्म करना चाहिए। हमें सबकुछ यहीं छोड़ जाना है। शरीर त्यागने के बाद सत्कर्म यहीं रह जाता है। धर्म, धैर्य और छल की भी परीक्षा होती है। हम जो करते हैं, वही यथार्थ है। गीता में भी कर्म की बात कही गई है। यही योगदान मानवता के लिए सर्वोच्च योगदान है। चीफ जस्टिस ने कहा कि अधिवक्ता अपना हौसला बनाए रहें। मुझे पूरी उम्मीद है, आप आगे बढ़ेंगे। मेरा हर तरह का सहयोग रहेगा। जिला जज सैयद वाइज मियां ने एपी शाही के मुख्य न्यायमूर्ति बनने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आप महान व्यक्तित्व के धनी हैं। यह पूरे प्रदेश के गौरव की बात है। आपके प्रयास से जल्द ही जिला जेल बनेगा। कार्यक्रम को पूर्व अध्यक्ष पंचानंद मिश्र, ओंकार नाथ श्रीवास्तव, राजेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, सुरेंद्र लाल श्रीवास्तव, अशोक राय, अवधेश पांडेय, जलज ¨सह, ओमप्रकाश पांडेय आदि ने भी संबोधित किया। अध्यक्षता व आभार बार के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने किया। संचालन एड. राकेश मणि त्रिपाठी व ओपी ¨सह ने किया। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष उमेश चंद दत्त राय, विरेंद्र श्रीवास्तव, चंदेश्वर गो¨वद राव, जयप्रकाश यादव, अश्वनी शुक्ला, दिलीप श्रीवास्तव, ओमप्रकाश दूबे, अमित मणि, बद्रीनारायण दूबे, आनंद राय, सुरेंद्र प्रताप ¨सह, संजय ¨सह, राजीव श्रीवास्तव, संजय मिश्र, जनवीर हासमी, ज्ञान प्रकाश तिवारी आदि उपस्थित रहे।