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कुशीनगर में ड्राप हुई लाइट एंड साउंड योजना

अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र कुशीनगर में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक लाइट एंड साउंड शो नहीं देख सकेंगे। पुरातत्व विभाग ने शो के लिए जरूरी संसाधन लगाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। पर्यटन विभाग ने शो से हाथ पीछे खींच लिया है। 25 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 अक्टूबर 2017 को किया था।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Dec 2019 11:09 PM (IST)Updated: Sun, 22 Dec 2019 11:09 PM (IST)
कुशीनगर में ड्राप हुई लाइट एंड साउंड योजना
कुशीनगर में ड्राप हुई लाइट एंड साउंड योजना

कुशीनगर : अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र कुशीनगर में आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक लाइट एंड साउंड शो नहीं देख सकेंगे। पुरातत्व विभाग ने शो के लिए जरूरी संसाधन लगाने की अनुमति देने से मना कर दिया है। पर्यटन विभाग ने शो से हाथ पीछे खींच लिया है। 25 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 अक्टूबर 2017 को किया था। इसके लिए भारत सरकार के पर्यटन विभाग की स्वदेश दर्शन योजना से बजट स्वीकृत हुआ था।

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आठ करोड़ रुपये के स्वीकृत बजट के अन्य कार्य जैसे-तैसे पूरे हो गए, लेकिन लाइट एंड साउंड शो खटाई में पड़ गया। शो की योजना महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर परिसर के दक्षिणी भाग में प्रस्तावित थी। विभाग ने यहां अनुमति नहीं दी। फिर पर्यटन विभाग ने प्रोग्राम के लिए रामाभार स्तूप परिसर का चुनाव किया।यहां के लिए भी पुरातत्व ने अनुमति नहीं दी।

विवश होकर सरकार ने लाइट एंड साउंड प्रोग्राम के कुशीनगर में लांच करने को ड्राप कर दिया। यह शो भगवान बुद्ध के जीवन वृत पर आधारित था। इसे संध्या के समय प्रस्तुत करने की योजना थी। यदि योजना अस्तित्व में आ जाती तो प्रकाश व ध्वनि के अद्भुत संयोजन से सैलानियों को बुद्ध का जीवन वृत देखने का अवसर मिलता।

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लाइट एंड साउंड शो शुरू होने से कुशीनगर में पर्यटकों का ठहराव बढ़ता। जिससे पर्यटन कारोबार में वृद्धि होती। शो को शुरू करने के लिए प्रशासन को समुचित कदम उठाना चाहिए।

पंकज कुमार सिंह

महाप्रबंधक, रायल रेजीडेंसी

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भारत सरकार के स्वदेश दर्शन योजना के तहत कुशीनगर में लाइट एंड साउंड प्रोग्राम लांच करने की योजना थी। इसके लिए पहले महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर परिसर और बाद में रामाभार स्तूप परिसर का चयन किया गया था, लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इसकी अनुमति नहीं दी तो सरकार ने इसे ड्राप कर दिया है।

रवींद्र कुमार, क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी, उत्तर प्रदेश पर्यटन, गोरखपुर


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