सुरक्षा के रहे विशेष इंतजाम,अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से परिनिर्वाण मंदिर तक रही अभेद सुरक्षा व्यवस्था
तीन दिन पूर्व ही जिले में पहुंच एसपीजी ने संभाल ली थी सुरक्षा की कमान
जागरण संवाददाता, पडरौना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को को लेकर कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल बुद्ध परिनिर्वाण मंदिर तक सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गए थे। सुरक्षा व्यवस्था इस तरह की थी कि परिदा भी पर न मार सके।
प्रधानमंत्री के आगमन के तीन दिन पहले ही सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी ने संभाल ली थी। वहीं अन्य सुरक्षा एजेंसियां और जिला पुलिस के हवाले कार्यक्रम स्थल के अलावा सभी रूट रहे। प्रधानमंत्री सबसे पहले कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे। एयरपोर्ट के चारों तरफ पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी। वहीं एयरपोर्ट के आसपास के मोहल्लों माधवपुरम, मदारपट्टी आदि में रहने वाले किरायेदारों की भी जांच की गई। एयरपोर्ट तथा महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर में अभेद सुरक्षा रही।
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स्नाइपर्स की तैनाती के लिए तैयार किए गए थे टावर
-एसपीजी व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के स्नाइपर्स भी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में तैनात रहे। स्नाइपर्स को किस तरह और कहां तैनात किया जाना है, इसके लिए हेलीपैड से लेकर परिनिर्वाण मंदिर को देखते हुए टावर तैयार किए गए थे।
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कुशीनगर में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम सकुशल संपन्न हो गया। एयरपोर्ट से लेकर परिनिर्वाण मंदिर तक परिदा भी पर न मार सके, इस तरह की अभेद सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
-विनोद कुमार सिंह, डीआइजी, सुरक्षा पीएम ने की गोल्फ कार्ट की सवारी
जासं, कुशीनगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महापरिनिर्वाण मंदिर परिसर पहुंचे तो यहां पहले से मौजूद गोल्फ कार्ट के चालक आगे बढ़े और उस पर पीएम सुरक्षा कर्मियों के साथ सवार हुए। गोल्फ कार्ट इनको लेकर मंदिर के प्रवेश द्वार पर पहुंचा। यहां से वह बुद्ध प्रतिमा के दर्शन के लिए गए। इस दौरान पीएम मोदी ने चालक से भी बात की। परिसर में लगे फूल-पौधों के साथ पुरावशेषों का अवलोकन किया। पीएम को ड्यूटी में तैनात एसडीएम वरुण पाण्डेय ने बताया कि पंडाल में कुछ बौद्ध भिक्षु इंतजार कर रहे हैं। इस पर पीएम रुक कर उनके पास गए और शीश झुकाकर प्रणाम किया। उनका कुशलक्षेम पूछा। मंदिर में दर्शन के दौरान बौद्ध भिक्षु संघ अध्यक्ष एबी ज्ञानेश्वर, भंते महेन्द्र व भंते नंद रत्न द्वारा बुद्ध की प्रतिमा भेंट की गई।