Kushinagar News: अब मैली नहीं होगी बौद्धों की पवित्र नदी हिरण्यवती, योजना तैयार कर रहे अधिकारी व कर्मचारी
डीएम रमेश रंजन ने कहा हिरण्यवती नदी में गिरने वाले नालों के गंदे पानी पर रोक लगाएं। डीएम ने अधिकारियों व कर्मचारियों को कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने इस ऐतिहासिक नदी के उद्गम स्थल व जल की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली।
कुशीनगर, जागरण संवाददाता। बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी का पानी अब मैला नहीं होगा। इसमें नालों से गिरने वाले गंदे पानी पर रोक लगाई जाएगी। पानी के रास्ते को बदला जाएगा। कुशीनगर के बुद्धा घाट के निरीक्षण के दौरान इसको लेकर डीएम रमेश रंजन ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। इस ऐतिहासिक नदी के उद्गम स्थल व जल की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। इस दौरान मियावाकी वन, नपा द्वारा विकसित समेकित इको पार्क, चिल्ड्रेन पार्क को भी देखा।
डीएम ने किया निरीक्षण
डीएम ने मैत्रेय आफिस, वर्ल्ड बैंक की सहायता से प्रो-पूअर टूरिजम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत फूड प्लाजा के नवीनीकरण कार्य को भी देखा। बुद्धा पार्किंग, होटल, रेस्टोरेंट आदि की जानकारी लेते हुए पर्यटन सीजन का हाल जाना। मैत्रेय परियोजना के लिए ली गई भूमि के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली। कहा कि कुशीनगर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योजना बना कर उसे क्रियान्वित किया जाएगा। सीडीओ गुंजन द्विवेदी, एसडीएम कल्पना जायसवाल, तहसीलदार मांधाता प्रताप सिंह, ईओ प्रेमशंकर गुप्त, पर्यटन सूचना अधिकारी डा. प्राण रंजन, अरविंद त्रिपाठी, ब्रजेश मणि त्रिपाठी, शैलेंद्र दूबे आदि उपस्थित रहे।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदें धान: डीएम
डीएम रमेश रंजन ने गुरुवार को बरवां जंगल स्थित राजकीय धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान वजन मशीन, पावर डस्टर, नमी मापक यंत्र आदि के बारे में भी गहनता से जांच पड़ताल की। डिप्टी आरएमओ विनय प्रताप सिंह से धान क्रय केंद्र का लक्ष्य, प्रजाति एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य आदि के बारे में जानकारी ली। कहा कि हर हाल में लक्ष्य को पूरा करें। किसानों को अधिक से अधिक सुविधा दें, ताकि उनको किसी प्रकार की दिक्कत न हो। क्रय केंद्रों पर सभी बेसिक सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। सबसे जरूरी यह है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की खरीद हो।
इंटीग्रेटेड सेंटर के लिए प्रस्तावित भूमि का भी किया निरीक्षण
तमकुही ब्लाक के रजवटिया में प्रस्तावित इंटीग्रेटेड सेंटर के लिए चयनित भूमि का डीएम रमेश रंजन ने गुरुवार की सुबह नौ बजे निरीक्षण किया। एसडीएम ने चयनित प्रस्तावित भूमि का नक्शा दिखाया तो डीएम ने परियोजना के एक-एक बिंदु पर आवश्यक जानकारी ली। इस दौरान ग्रामीणों ने डीएम को पत्रक सौंप एनएच के दक्षिण दिशा में परियोजना के लिए भूमि चयनित करने का आग्रह किया। किसानों का कहना है कि परियोजना के लिए पहले एनएच के दक्षिण दिशा में ही 100 एकड़ भूमि चयनित की गई थी।बाद में तहसील प्रशासन द्वारा हाईवे के उत्तर दिशा में 10 एकड़ भूमि का चयनित किया गया, जिससे करीब तीस परिवार बेघर होने के साथ व छोटे किसान भूमिहीन हो जाएंगे।
कान्हा गोशाला का लिया जायजा
जिलाधिकारी नगर पालिका हाटा के चकिया में चल रहे कान्हा गोशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान आश्रय स्थल पर उपस्थित गोवंश की संख्या, चारे की स्थिति निर्माणाधीन गोबर गैस प्लांट, टीकाकरण आदि के बारे में जानकारी ली। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी विकास साठे ने बताया कि लंपी बीमारी से बचाव हेतु टीका लग चुका है। अधिशासी अधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि गोशाला में पशुओं की संख्या 38 है। हरा चारा बोया गया है। इस दौरान उपजिलाधिकारी वरुण पांडेय आदि मौजूद रहे।