किसानों को पता ही नहीं, पर्यवेक्षक कर गए पड़ताल
पडरौना सहकारी समिति से जुड़े अधिकांश गांवों में समिति व मिल के पर्यवेक्षक नियम को ताक पर रख पड़ताल कर दिए।
कुशीनगर : पडरौना सहकारी समिति से जुड़े अधिकांश गांवों में समिति व मिल के पर्यवेक्षक नियम को ताक पर रख पड़ताल कर दिए। किसी भी किसान को पड़ताल की पर्ची नहीं दी गयी है, जबकि नियमानुसार जिस किसान का गन्ना पड़ताल हुआ है उनको रसीद देनी थी।
कसया थाना क्षेत्र के गांव साढ़ी खुर्द में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। नियम को ताक पर रखकर पडरौना सहकारी समिति के पर्यवेक्षक व ढाढ़ा चीनी मिल के पर्यवेक्षक ने संयुक्त रूप से पड़ताल कर दिया। किसानों को कोई रसीद भी नहीं दी गई। जिला गन्ना अधिकारी कहते हैं कि किसान अपने रसीद से गश्ती रजिस्टर का मिलान कर लें। सवाल यह है कि जब पर्यवेक्षक ने कोई रसीद ही नहीं दी गई है तो फिर किसान मिलान किससे करेंगे।
किसान सुधीर सिंह, अब्दुल मजीद, शमशुद्दीन, बसरूद्दीन, बैसुन निशा, शेख अब्दुल अजीज, आफत, रविद्र, जितेंद्र, असगर अली, सुधीर सिंह, आरिफ, नूरहसन, रियाजुल हक आदि का आरोप है कि पर्यवेक्षक से हमने कई बार रसीद की मांग की लेकिन उन्होंने रसीद नहीं दिया। हमें डर है कि इससे हमलोगों का पड़ताल प्रभावित होगा। किसानों में इसको लेकर काफी आक्रोश है। जिला गन्ना अधिकारी वेदप्रकाश सिंह ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।