कसया से लालजी टंडन का रहा खास लगाव
मध्यप्रदेश के दिवंगत राज्यपाल लालजी टंडन का कुशीनगर जिले के कसया कस्बा से खास लगाव रहा है। आवास व नगर विकास मंत्री रहते उन्होंने यहां कई परियोजनाओं की नींव रखी थी। कसया से उनके खास जुड़ाव के पीछे पूर्व सांसद राजेश पांडेय के पिता से उनकी निकटता रही।
कुशीनगर: मध्यप्रदेश के दिवंगत राज्यपाल लालजी टंडन का कुशीनगर जिले के कसया कस्बा से खास लगाव रहा है। आवास व नगर विकास मंत्री रहते उन्होंने यहां कई परियोजनाओं की नींव रखी थी। कसया से उनके खास जुड़ाव के पीछे पूर्व सांसद राजेश पांडेय के पिता से उनकी निकटता रही। पूर्व सांसद के पिता व केंद्रीय मंत्री रहे राजमंगल पांडेय व टंडन वर्ष 1977 में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान नजदीक आए थे। राजमंगल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने वे कई बार कसया आए थे। पूर्व मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी के साथ भी टंडन यहां आए थे। टंडन के निधन को अपनी व्यक्तिगत अपूरणीय क्षति बताते हुए पूर्व सांसद राजेश ने कहा कि मेरे पिता और टंडन अलग-अलग विचारधारा के संगठनों में थे। बावजूद इसके जनहित के मामलों पर उनमें मतभेद नहीं दिखता था। दोनों लोग उच्च राजनीतिक व नैतिक मूल्यों की रक्षा के पक्षधर थे। यही कारण था कि दोनों परिवारों के संबंध आज भी जीवंत हैं। उन्हीं की प्रेरणा से मैं भाजपा में शामिल हुआ था। लगाव का आलम यह था कि उन्होंने आवास व नगर विकास मंत्री रहते वर्ष 2000 में एक अनुरोध पर दो हजार इंडिया मार्क हैंडपंप कुशीनगर जिले को दे दिए। उस दौर एक-एक हैंडपंप के लिए मारामारी चल रहा था। इसके लिए उन्हें आलोचना का भी सामना करना पड़ा था।