कुशीनगर में एसडीएम के निरीक्षण में अनुपस्थित मिले चिकित्सक
कुशीनगर के न्यू पीएचसी छितौनी में अनुपस्थित मिले चिकित्सकों से तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।
कुशीनगर: न्यू पीएचसी व महिला अस्पताल छितौनी का एसडीएम अरविद कुमार ने शनिवार को निरीक्षण किया। जांच में महिला व पुरुष चिकित्सक अनुपस्थिति मिले, जिन्हें नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।
एसडीएम ने बेड व दवाओं का रखरखाव ठीक न मिलने पर नाराजगी जताई। फार्मासिस्ट राजकिशोर तिवारी मरीजों का इलाज करते मिले। एसडीएम ने उन्हें हिदायत दी। इसके बाद उन्होंने मरीज हीरा, राजेश्वरी देवी व सुरेन्द्र से उपचार के संबंध में जानकारी ली। एसडीएम ने कहा कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग में मरीजों के साथ लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मरीजों ने एसडीएम से न्यू पीएचसी व महिला अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की अनुपस्थिति व बाहर से दवाएं लिखने की शिकायत की। अव्यवस्था के बीच हुई 25 महिलाओं की नसबंदी
नेबुआ नौरंगिया विकास खंड के कोटवा कला सीएचसी में शनिवार को आयोजित नसबंदी शिविर में चिकित्सकों की टीम काफी विलंब से पहुंची। इस वजह से काफी अव्यवस्था हो गई। 25 महिलाओं का आपरेशन करने के बाद उन्हें छोड़ टीम चलती बनी। दो बजे से शुरू होने वाला आपरेशन शाम पांच बजे से किया जाने लगा।
सर्जन डा. एए खान के साथ डा. आफताब, डा. हसीना खातून की टीम ने आपरेशन शुरू किया और स्वास्थ्यकर्मी एक ही बेड पर तीन-चार महिलाओं को लिटाने लगे। अर्धमूर्छित हालत में पड़ी कुछ महिलाएं दर्द से कराह रही थीं। स्वजन उनके हाथ, पांव की मालिश कर रहे थे। स्टेचर उपलब्ध नहीं हो पाया। आपरेशन रूम दूसरी मंजिल पर होने से स्वजन कंधे का सहारा देकर कराहती महिलाओं को नीचे उतारे। किराए के टेंपो व निजी साधन से घर ले गए। कुछ महिलाओं को एंबुलेंस से घर भेजा गया। हरदी छपरा की सरोज देवी, लौकरिया की बबिता देवी, पशुरामपुर की कमलावती देवी, बेलवा घाट की कविता आदि ने बताया कि सुबह खाली पेट आए थे। डाक्टर अंधेरा होने पर पहुंचे हैं। ठंड के मौसम में छोटे बच्चों को साथ लेकर सुबह से बैठे रहना पड़ा है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. संतोष गुप्ता ने कहा कि शिविर की जिम्मेवारी जिन्हें सौंपी गई थी, उनसे स्पष्टीकरण लिया जाएगा।