फिर जगी उम्मीद, बदलेगी मुसहर बस्ती की तस्वीर
प्रदेश सरकार ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रस्तुत बजट में मुसहरों के उत्थान के लिए प्राथमिकता के आधार पर आवास उपलब्ध कराने के लिए 369 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे जिले के 149 मुसहर बस्तियों में जरूरतमंदों को छत नसीब होने की उम्मीद जगी है।
कुशीनगर: प्रदेश सरकार ने मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2020-21 के प्रस्तुत बजट में मुसहरों के उत्थान के लिए प्राथमिकता के आधार पर आवास उपलब्ध कराने के लिए 369 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे जिले के 149 मुसहर बस्तियों में जरूरतमंदों को छत नसीब होने की उम्मीद जगी है। झोपड़ी में रहने वाले मुसहर इस बात से आशान्वित हैं कि देर से ही सरकार ने उनकी सुध तो ली। शायद अब उनके दिन भी बहुरेंगे। मंगलवार को कसया विकास खंड के गांव अंधया में जब जागरण ने मुसहरों से बातचीत किया, तो किसी ने इसे सराहा, तो किसी ने कोरा आश्वासन बताया।
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सरकार ने बजट में मुसहरों के उत्थान के लिए अतिरिक्त धनराशि का प्रावधान किया है, जो सराहनीय कदम है। इससे मुसहरों को छत नसीब हो जाएगा।
- झेंगट
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मुसहरों के लिए धनराशि देने का सरकार का फैसला सही है। उम्मीद है कि इससे बस्तियों की सूरत बदलेगी, तो वे भी समाज में बराबरी में रह सकेंगे।
- अलगू
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- बजट में अलग से धनराशि की व्यवस्था करना सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है। आशा है कि आगे भी मुसहरों के उत्थान के लिए सरकार ठोस कार्रवाई करेगी।
नरेश
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पहले भी कई बार सरकार ने मुसहरों की स्थिति बदलने का प्रयास किया है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी रोड़ा के रूप में खड़े रहते हैं।
- बासमती देवी