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धान बेचने को किसान परेशान, बिचौलियों की चांदी

यूपी एग्रो के दाहूगंज के क्रय केंद्र के बारे में किसानों को पता ही नहीं यहां बाहरी किसानों का धान कागज में खरीदा जा रहा है। पूर्व प्रधान रामचंद्र उपाध्याय नंदकिशोर त्रिपाठी कुमारेश उपाध्याय ने बताया कि लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। दाहूगंज के केंद्र प्रभारी रमेश तिवारी मुन्नीपट्टी में खरीददारी करते मिले।

By JagranEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 11:11 PM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 11:11 PM (IST)
धान बेचने को किसान परेशान, बिचौलियों की चांदी
धान बेचने को किसान परेशान, बिचौलियों की चांदी

कुशीनगर: शासन की ओर से समर्थन मूल्य घोषित कर किसानों के धान की खरीद के लिए जगह-जगह क्रय केंद्र खोले गए हैं। इसके बावजूद लोगों को बिचौलियों का सहारा लेना पड़ रहा है। क्रय केंद्र प्रभारियों की उदासीनता की वजह से आनलाइन पंजीकरण कराने के बाद भी धान बेचने में किसानों को दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। दैनिक जागरण ने क्रय केंद्रों की पड़ताल की तो कई तरह की कमियां उजागर हुईं।

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कहीं खरीदे गए धान की बोरियां खुले में रखी गई थीं तो कहीं धान बेचने के लिए किसान अपनी बारी का इंतजार करते मिले। किसानों का कहना है कि केंद्र प्रभारी धान की खरीद में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। कई दिनों तक केंद्र का चक्कर लगाना पड़ रहा है। दाहूगंज के केंद्र प्रभारी मुन्नीपट्टी गांव में धान की खरीद करते पाए गए। वहां कागज में फाजिलनगर के किसानों से खरीद किए जाने की बात उजागर हुई।

किसानों को नहीं है क्रय केंद्र की जानकारी

यूपी एग्रो के दाहूगंज के क्रय केंद्र के बारे में किसानों को पता ही नहीं, यहां बाहरी किसानों का धान कागज में खरीदा जा रहा है। पूर्व प्रधान रामचंद्र उपाध्याय, नंदकिशोर त्रिपाठी, कुमारेश उपाध्याय ने बताया कि लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। दाहूगंज के केंद्र प्रभारी रमेश तिवारी मुन्नीपट्टी में खरीददारी करते मिले। उन्होंने बताया कि 2019 क्विंटल धान की खरीद हुई है। किसानों के बारे में फाजिलनगर के ब्लाक के अशोगवा गांव के पुजारी राय, तरुवनवा के हरिहर सिंह, सठियांव के नरसिंह, लछिया देवरिया के राजेंद्र यादव व मुकुंदपुर के राजेंद्र का नाम बताया। कहा कि दाहूगंज में जगह नहीं मिलने पर मुन्नीपट्टी में क्रय केंद्र खोला गया। खास बात यह है कि यूपी एग्रो के माध्यम से खरीद किए गए धान की सप्लाई अशोगवा के मिलर को होती है। एक कमरे में 70-80 बोरा दिखा, 40 बोरे खाली मिले। कोइंदी बुजुर्ग में खरीदा गया धान खुले में रखा गया था। केंद्र प्रभारी सहदेव मौर्य ने बताया कि 2370.80 क्विंटल धान की खरीददारी हुई है। विपणन अधिकारी भरत चौहान ने कहा कि किसानों के धान की खरीद हर हाल में होगी। अनियमितता मिली तो कार्रवाई की जाएगी।

कच्छप गति से चल रही धान की खरीद तहसील क्षेत्र में तीन क्रय केंद्रों पर धान की खरीद कच्छप गति चल रही है। किसानों को चक्कर लगाना पड़ रहा है। खड्डा कस्बा की हाट शाखा क्रय केंद्र पर डेढ़ माह में 41 किसानों के 972.35 क्विंटल धान खरीदा गया है, जबकि लक्ष्य 5000 क्विंटल का है। तौल नहीं होने के कारण 10 क्विंटल धान बाहर रखा गया था। किसान अपनी बारी का इंतजार करते मिले। विपणन अधिकारी पवन कुमार पांडेय का कहना है कि परिवहन ठीकेदार के उठान नहीं करने से गोदाम भर गया है। नेबुआ नौरंगिया केंद्र का लक्ष्य 5000 क्विंटल है। यहां 48 किसानों के 1900 क्विटल धान ही खरीदा गया है। बरवारतनपुर केंद्र पर 1376 क्विंटल धान की खरीद हुई है। एसडीएम अरविद कुमार ने कहा कि तौल में देरी व ठुलाई कराने वाले ठेकेदार की कार्य प्रणाली की जांच कराई जाएगी।

विकास खंड के बनकटा बाजार, भानपुर, तरुवनवां, भठही, गुरवलिया व खाद्य विभाग अमवा में धान खरीद क्रय केंद्र खोले गए हैं। अमवा केंद्र को छोड़कर किसी भी जगह धान की खरीद होती नहीं दिखी। अमवा केंद्र पर टोकन लेकर पहुंचे किसान मनोज सिंह, सीडी सिंह, दिनेश, लालू तिवारी, रामअशीष आदि ने बताया कि पंजीकरण कराकर धान बेचा जा रहा है। केंद्र प्रभारी दीपेश्वर मणि उपाध्याय ने बताया कि अब तक 1700 क्विंटल धान खरीदी जा चुकी है। हाट गोदाम दुदही के एक कमरे में धान क्रय केंद्र की स्थापना की गई है। लिपिक मनपाल व प्रभारी अमित सिंह ने बताया कि अब तक 1560 क्विंटल धान की खरीद हो चुकी है। किसानों के लिए बैठने की व्यवस्था नहीं दिखी, पानी व गुड़ रखा गया था। छोटेलाल, राधेश्याम मिश्र, राजनंदन राय, कामाख्या प्रसाद पाठक, शक्ति प्रकाश पाठक, गिरीश राय आदि किसानों ने कहा कि भुगतान मिलने में दिक्कत हो रही है। अमवादीगर व कोरयां खिरिया में पीसीएफ के दो क्रय केंद्र संचालित हो रहे हैं।


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