अहंकार ही सर्वनाश का कारण
कुशीनगर: अहंकार ही सर्वनाश का कारण होता है। राजा दक्ष जब यज्ञ कर रहे थे, तो अहंकारवश भगवान शंकर को
कुशीनगर: अहंकार ही सर्वनाश का कारण होता है। राजा दक्ष जब यज्ञ कर रहे थे, तो अहंकारवश भगवान शंकर को निमंत्रण नहीं भेजे। जिसके कारण दक्ष का यज्ञ ही नष्ट हो गया।
यह बातें गांव लोहेपार के टोला मुड़लिा स्थित प्राचीन कोट माता मंदिर में आयोजित शतचंडी महायज्ञ के दौरान बुधवार को कथा वाचिका किशोरी प्रिया रामायणी ने कहीं। वे श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहीं थीं। कहा कि राजा दक्ष ने यज्ञ में भगवान शंकर को नहीं बुलाया। जहां पार्वती जी बिना शंकरजी के ही यज्ञ में शामिल होने चली गईं। पिता दक्ष द्वारा उन्हें अपमानित होना पड़ा। अपमान को पार्वतीजी सहन नहीं कर सकीं और अग्नि कुंड में जलकर राख हो गईं। नारद ने शंकरजी को इसकी जानकारी दी। तो उन्होंने क्रोधित होकर वीरभद्र को भेजा। वीरभद्र ने राजा दक्ष का सिर काटकर हवन कुंड में डाल दिया। ग्राम प्रधान इंदू देवी, राणाप्रताप राव, यशपाल राव, प्रेम चंद्र सिंह, रणधीर राव, विरेंद्र पांडेय, बृजेश यादव, विश्वनाथ पांडेय आदि मौजूद रहे।