कर्ज से परेशान युवक ने रची थी अपहरण की साजिश
कुशीनगर के पटहेरवा के रकबा राजा गांव निवासी युवक की तलाश में एक पखवारे से लगीं थीं पुलिस की तीन टीमें उसके खिलाफ झूठी सूचना देने व अपहरण की कहानी रचने का केस दर्ज किया गया है।
कुशीनगर : पटहेरवा क्षेत्र के गांव रकबा राजा निवासी मोहन कुशवाहा के अपहरण की घटना जांच में झूठी निकली। कर्ज से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया था। पुलिस ने शनिवार को उसे सकुशल बरामद कर लिया। गलत सूचना देने तथा अपहरण की कहानी बनाने के आरोप में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
एसपी सचिन्द्र पटेल ने घटना का पर्दाफाश करते हुए शनिवार को पत्रकारों को बताया कि मोहन कुशवाहा सब्जी का व्यवसाय करता है। बीते तीन सितंबर को पत्नी शीला द्वारा थाने में उसके गायब होने की सूचना दी गई। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई। तीसरे दिन उसकी बाइक तमकुहीराज स्थित एक दुकान के सामने लावारिस मिली। बाइक में एक पत्र भी मिला, जिसमें 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी। मामले को अपहरण में तरमीम कर पुलिस ने युवक की तलाश तेज कर दी। युवक की बरामदगी के लिए एसओजी व स्वाट को भी लगाया गया। जांच में युवक के बस्ती में होने की भी सूचना मिली थी। आज सुबह उसे फाजिलनगर कस्बे से बरामद कर लिया गया। पूछताछ में उसने सच्चाई बयां कर दी। बताया कि चाचा व अन्य लोगों से उसने रुपये उधार लिए हैं। रुपये न देना पड़े इसलिए उसने यह कहानी बनाई। घर से निकलने के बाद बस्ती चला गया और मोबाइल बंद कर लिया। रुपये खत्म होने के बाद आज अपने मित्र के यहां आकर रुका था। एसपी ने बताया कि मोहन के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर आगे कार्रवाई की जा रही है।
अनियमितता की पुष्टि होने पर कोटेदार के खिलाफ मुकदमा
तमकुही ब्लाक के मखुआ गांव के ग्रामीणों ने डीएम से कोटेदार पर खाद्यान्न वितरण में अनियमितता की शिकायत की थी। शनिवार को आपूर्ति निरीक्षक ने जांच की। अनियमितता की पुष्टि होने पर कोटेदार के खिलाफ पटहेरवा थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
ग्रामीणों के एक समूह ने शिकायती पत्र में आरोप लगाया था कि कोटेदार द्वारा भारी अनियमितता बरती जा रही है। कार्डधारकों के साथ दुर्व्यवहार भी किया जाता है। खाद्यान्न में घटतौली की जाती है। पूर्ति निरीक्षक ने शिकायतों की जांच की तो पाया कि ग्रामीणों की अधिकांश शिकायतें सही हैं। कार्डधारकों ने कोटेदार के दुर्व्यवहार व मनमानी को सही बताते हुए साक्ष्य भी दिए। इससे आक्रोशित कोटेदार ने कार्डधारकों का दर्ज बयान फाड़ कर फेंक दिया। उसके द्वारा स्टाक रजिस्टर आदि कागजात भी नहीं दिखाया गया। आपूर्ति निरीक्षक बैजनाथ सिंह ने बताया कि जांच के बाद डीएम के निर्देश पर कोटेदार के खिलाफ ईसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।