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नहीं पकड़े जा रहे बेसहारा पशु

शासन के निर्देश पर बेसहारा पशुओं के पकड़ने की कार्रवाई शहरों तक ही सिमट कर रह गई है। ग्रामीण अंचल में बेसहारा पशु घूम रहे हैं। फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ दुर्घटना के कारण बन रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Jan 2020 10:46 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 10:46 PM (IST)
नहीं पकड़े जा रहे बेसहारा पशु
नहीं पकड़े जा रहे बेसहारा पशु

कुशीनगर: शासन के निर्देश पर बेसहारा पशुओं के पकड़ने की कार्रवाई शहरों तक ही सिमट कर रह गई है। ग्रामीण अंचल में बेसहारा पशु घूम रहे हैं। फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ दुर्घटना के कारण बन रहे हैं। इस तरफ अधिकारियों का ध्यान नहीं जा रहा। हाटा व रामकोला ब्लाक की सीमा पर स्थित गांव सिधावे, परसौना, अंजहीं, परवरपार, सोहसा पट्टी गौसी, सोहसा मठिया, कुरमौटा, नरकटिया, रामनगर, भरवलिया, परसौना बुजुर्ग आदि गांवों में दर्जनों की संख्या में बेसहारा पशु कभी भी देखे जा सकते हैं। गोबरहीं, कुशीनगर : क्षेत्र में बेसहारा पशुओं से ग्रामीण परेशान हैं, जो फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। आरोप है कि सूचना देने के बाद भी ब्लाक के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। हाटा ब्लाक के गांव चिरगोडा, अहिरौली राजा, खड्डा, रामपुपटटी, भैसहीं, भठही, नकहनी, मदरहा, नरकटिया बाजार, कुरहवा, परेवाटार सहित दर्जनों गांव में बेसहारा पशु खुलेआम घूम रहे हैं। एडीएओ पंचायत रामअयोध्या प्रसाद ने बताया कि पशुओं को पकड़ कर पशु आश्रय सथल पहुंचाने की जिम्मेवारी सफाई कर्मचारियों को दी गई।

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