कुबेरनाथ शिवमंदिर के महंत पद को लेकर विवाद, 40 लोगों पर कार्रवाई
पूर्व प्रधान ने आरोप लगाया कि प्रशासन को गुमराह कर महंत मंदिर पर अपना आधिपत्य बनाए हुए हैं जबकि मंदिर के वास्तविक पुजारी राजू गिरी को यहां से हटा दिया गया है।
कुशीनगर: कस्बा स्थित प्राचीन शिव मंदिर के महंत पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। मौजूदा महंत पर आरोप लगाते हुए गांव कोहरवलिया के पूर्व प्रधान सोमवार को समर्थकों संग मंदिर में धरना देने पहुंचे, हालांकि परिसर में तैनात पुलिस कर्मियों ने पूर्व प्रधान व उनके समर्थकों को वहां से हटा दिया। प्रधान ने 13 अगस्त को फिर से सत्याग्रह की चेतावनी दी है। इसे लेकर मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने दोनों पक्षों के 40 लोगों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की है।
पूर्व प्रधान ने छह अगस्त को एसडीएम पडरौना को एक पत्र देकर मंदिर के महंत पर गलत तरीके से काबिज होने का आरोप लगाया। उन्होंने कार्रवाई न होने पर 10 अगस्त को मंदिर परिसर में धरना की चेतावनी दी थी। इसे लेकर पुलिसकर्मी सुबह से ही अलर्ट थे। पूर्व प्रधान के पहुंचते ही पुलिसकर्मी सक्रिय हो गए और उन्हें वहां से हटा दिया।
पूर्व प्रधान ने आरोप लगाया कि प्रशासन को गुमराह कर महंत मंदिर पर अपना आधिपत्य बनाए हुए हैं, जबकि मंदिर के वास्तविक पुजारी राजू गिरी को यहां से हटा दिया गया है। मंदिर के महंत पंडित चंद्रशेखर ओझा ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि वह बीते दो दशक से अधिक समय से मान्य दस्तावेजों के आधार पर मंदिर के प्रबंधन पद पर स्थापित हैं। जनार्दन मिश्र, सर्वेश कुमार पांडेय, प्रेमचंद तिवारी, प्रियम पाण्डेय आदि मौजूद रहे। एसओ महेंद्र कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। दोनों पक्षों के 40 लोगों के विरुद्ध शांति भंग में कार्रवाई की गई है। कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।