चीन को दलाईलामा चुनने का अधिकार नहीं : टोंकयोंग
कुशीनगर : तिब्बतियों के आध्यात्मिक गुरु व नोबेल शांति पुरस्कार सम्मानित 14 वें दलाई लामा ज्ञान के सागर हैं। 15 वां दलाई लामा कौन होगा, इसका निर्धारण वर्तमान दलाई लामा ही करेंगे। अगले दलाई लामा को चुनने का चीन का कोई अधिकार नहीं है। इसका एकमात्र अधिकार दलाईलामा को ही है।
यह बातें कुशीनगर स्थित नामग्याल बुद्धिस्ट मोनास्ट्री (तिब्बती बुद्ध मंदिर) के प्रबंधक लामा कोंचोक टोंकयोंग ने कहीं। उन्होंने कहा कि 2020 में चीन ने कहा था कि वह 15 वें दलाई लामा के अवतार का निर्धारण स्वयं करेगा। जवाब में दलाई लामा ने कहा था कि जब चीन पुनर्जन्म मानता ही नहीं तब वह अगले दलाई लामा की पहचान कैसे कर सकता है। दलाई लामा ने स्वयं कहा है कि वह 113 वर्ष की आयु तक जीवित रहेंगे और अगले दलाईलामा की पहचान करके ही निर्वाण लेंगे। टोंकयोंग ने कहा कि यह जरूरी नहीं कि अगले दलाई लामा भारत या चीन में ही पैदा हों। वह विदेश में भी पैदा हो सकते हैं। चौथे दलाईलामा योंथेन ग्यात्सो मंगोलियन थे, जबकि 11 वें दलाईलामा त्सेयांग ग्यात्सो भारतीय थे, जो अरुणाचल प्रदेश में पैदा हुए थे। इसके अतिरिक्त अन्य 12 दलाईलामा तिब्बती थे।