बच्चों को मिड डे मील के कन्वर्जन कास्ट का इंतजार
जिले में परिषदीय विद्यालयों के करीब डेढ़ लाख बचों को अभी तक मिड डे मील के कन्वर्जन कास्ट की धनराशि नहीं मिल सकी है। शासन की मंशा के अनुसार जुलाई में ही सभी बचों को यह धनराशि मिल जानी चाहिए थी।
कुशीनगर: जिले में परिषदीय विद्यालयों के करीब डेढ़ लाख बच्चों को अभी तक मिड डे मील के कन्वर्जन कास्ट की धनराशि नहीं मिल सकी है। शासन की मंशा के अनुसार जुलाई में ही सभी बच्चों को यह धनराशि मिल जानी चाहिए थी।
कोरोना संक्रमण काल में बच्चों को मिड डे मील की सुविधा बंद न होने पाए, इसे लेकर शासन ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर बच्चों को राशन उपलब्ध कराने के साथ व मिड डे मील बनने में आने वाली लागत उनके माता-पिता या अभिभावक के खाते में भेज दी जाए। इसके लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। बीएसए ने शिक्षकों को स्कूल बुला लिया और जुलाई में राशन वितरण और अभिभावकों के खाते में धनराशि भेजने के लिए डाटा तैयार करने का निर्देश दिया। बावजूद इसके पडरौना, कसया, हाटा, विशुनपुरा, दुदही, फाजिलनगर, सुकरौली सहित अन्य ब्लाकों के करीब डेढ़ लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में पैसा नहीं पहुंच सका है। जिले के सभी 14 ब्लाकों और नगर क्षेत्र को मिलाकर परिषदीय विद्यालयों में 2.82 लाख बच्चे नामांकित हैं। प्राथमिक में 374 रुपये तथा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 561 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से कन्वर्जन कास्ट भेजा जाना है। अभी तक लगभग 1.32 लाख बच्चों के अभिभावकों के खाते में ही धनराशि भेजी जा सकी है। बीएसए विमलेश कुमार ने कहा कि अभिभावकों द्वारा दिए गए खाता संख्या में आई दिक्कतों के चलते ऐसा हुआ है। कमियों को दूर कराकर कन्वर्जन कास्ट की धनराशि बचे हुए बच्चों के अभिभावकों के खाते में भेजी जा रही है।