किसान विरोधी है आसियान देशों के साथ एग्रीमेंट : नंदकिशोर
राष्ट्रीय मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक पं. नंद किशोर मिश्र ने सेवरही उपनगर में कहा कि आसियान देशों एवं भारत के बीच आरसीईपी एग्रीमेंट होने से किसानों का अहित होगा।
कुशीनगर : राष्ट्रीय मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व विधायक पं. नंद किशोर मिश्र ने सेवरही उपनगर में कहा कि आसियान देशों एवं भारत के बीच आरसीईपी एग्रीमेंट होने से किसानों का अहित होगा। महासंघ इस समझौते का विरोध करेगा। 10 अक्टूबर को महासंघ के हाई पावर कमेटी की दिल्ली में बैठक के बाद वाणिज्य मंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
यह बुधवार को मीडिया से मुखातिब थे। गत लोकसभा चुनाव के दौरान आसियान देशों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर करने का वादा किया था। निर्णय के पहले पीएम ने किसानों के किसी संगठन से वार्ता नहीं की। समझौते के विरोध में महासंघ ने 12 जनवरी को केरल में महासम्मेलन आयोजित किया है। जिसमें स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश पर फसलों की लागत के आधार पर डेढ़ गुना मूल्य देने, क्रय कानून बनाने, कर्ज मुक्त करने, फल, दूध, सब्जी का भी एमएसपी तय करने, किसानों की न्यूनतम मजदूरी तय करने आदि मांगे रखी जाएंगी। चीनी मिलों पर गन्ना मूल्य का 20 हजार करोड़ रुपये बकाया है। जिसमें 2.78 करोड़ सिर्फ कुशीनगर की चीनी मिलों पर लंबित है।