कूड़े के ढेर में मिला आधार कार्ड, प्रशासन सख्त
सरकार का मानना है कि आधार आम आदमी के जीवन का आधार है, लेकिन जिम्मेदार सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं।
कुशीनगर: सरकार का मानना है कि आधार आम आदमी के जीवन का आधार है, लेकिन जिम्मेदार सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का कार्य कर रहे हैं। गुरुवार की सुबह धुनवलिया-मधुरिया मार्ग पर नहर के किनारे कूड़े के ढेर में काफी संख्या में आधार कार्ड फेंका मिला। यह बंटने के लिए आया था। महीनों इंतजार के बाद डाक से आधार घर नहीं पहुंचा तो जरूरतमंदों ने सहज जन सेवा केंद्र से बनवाया। आधार कार्ड प्रत्येक व्यक्ति के लिए बहुत ही उपयोगी है। जिनका आधार कार्ड नहीं बना है, वह इसे बनवाने के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। बड़ी मशक्कत के बाद अगर बन भी जा रहा है तो वह उस जरूरतमंद व्यक्ति तक नहीं पहुंच पा रहा है। बांटने के लिए आए सौ से अधिक आधार कार्ड धुनवलिया-मधुरिया मार्ग पर फेंका गया था। यह सभी आधार कार्ड जोकवा बाजार व आसपास के ही गांवों में रहने वाले लोगों का है। मिले आधार कार्डों के आधार पर संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया गया तो उन्होंने नाम नहीं छापने की बात कहते हुए बताया कि एक माह से अधिक इंतजार करने के बाद जब डाक से आधार कार्ड नहीं मिला तो सहज जन सेवा केंद्र से बनवाया गया। सवाल यह उठता है कि बांटने के लिए आया यह आधार कार्ड कूड़े के ढेर में कैसे चला गया। आखिरकार जरूरतमंदों में क्यों नहीं बांटा गया। इसका जवाब तो जिम्मेदार ही देंगे, पर अव्यवस्था की चक्की में जनता पिसी जा रही है। फाजिलनगर डाक के पोस्टमास्टर एसएन मणि त्रिपाठी ने कहा कि पोस्टमैन से बात करके ही कुछ बता पाऊंगा कि यह आधार कार्ड कैसे वहां फेंका गया। यदि डाक घर में कार्ड आया है और बंटा नहीं तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार पांडेय ने कहा कि आधार कार्ड कूड़े के ढेर में मिलना गंभीर मामला है। मैं खुद स्थलीय निरीक्षण करूंगा, जांच कर जिम्मेदारों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।