कुशीनगर में बिना जांच के मिले 415 आरटीपीसीआर सैंपल
कुशीनगर की तमकुही सीएचसी में डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने की जांच 16 से 25 जुलाई तक के सैंपल स्टाक में मिले कार्रवाई के लिए भेजी गई रिपोर्ट।
कुशीनगर : कोविड 19 जैसे संवेदनशील मामले में स्वास्थ्य विभाग किस कदर लापरवाह है, इसकी बानगी तमकुही सीएचसी में मिली। डीएम के निर्देश पर जांच करने पहुंचे सीएमओ यह देखकर भौंचक रह गए कि केंद्र पर 10 दिन के दौरान एकत्र आरटीपीसीआर के करीब 415 सैंपल पड़े थे, जिनकी जांच नहीं हो सकी थी। इतना बड़ा मामला उजागर होते ही स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया। अधिकारी एक दूसरे पर जिम्मेदारी का ठीकरा फोड़ते दिखे। मामले की रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है।
बताया जाता है कि आरटीपीसीआर का नमूना देने के बाद कई दिन तक रिपोर्ट न मिलने पर किसी व्यक्ति ने डीएम एस राजलिगम से शिकायत की। डीएम ने मामले की जांच सीएमओ डा. सुरेश पटारिया के सुपुर्द कर जांच आख्या तलब की। गुरुवार को मामले की जांच करने सीएमओ पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि गत 16 जुलाई से 25 जुलाई 2021 तक प्राप्त सैंपल स्टाक में पड़े हैं। सीएचसी के अधीक्षक डा. अभिषेक वर्मा ने बताया कि सैंपल कलेक्शन की सूचना सीएमओ आफिस को भेजी जाती है। वहां से आने वाली गाड़ी में लादकर सैंपल मेडिकल कालेज भेजा गया था, लेकिन 72 घंटे से अधिक बीत जाने के कारण वहां से वापस कर दिया गया। यह वही सैंपल हैं। सीएमओ ने कहा कि यह जांच का विषय है कि किस कारण निर्धारित समय के भीतर सैंपल जांच के लिए नहीं भेजे गए। जिलाधिकारी ने कहा कि यह गंभीर मामला है। इसमें लापरवाही की कहीं कोई गुंजाइश नहीं है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी पर कार्रवाई होगी।
दूसरे दिन भी नहीं मिला कोई संक्रमित
पिछले दो दिनों से जनपद में संक्रमितों की संख्या शून्य है। गुरुवार को 1582 लोगों की मिली जांच रिपोर्ट में सभी निगेटिव हैं। जिले में फिलहाल सक्रिय केस की संख्या तीन है।
सीएमओ डा.सुरेश पटारिया ने बताया कि अब तक कुल 15588 संक्रमितों में से 15359 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है बल्कि कम हुआ है। इसलिए कोविड गाइड लाइन का अनुपालन सभी के लिए आवश्यक है।