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गैरहाजिर मिले डाक्टर समेत 30 कर्मी, वेतन बाधित

कुशीनगर की सीएचसी दुदही का एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया जो जो स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित मिले उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया जांच के दौरान कोविड टीकाकरण की प्रगति भी खराब मिली।

By JagranEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 11:30 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 11:30 PM (IST)
गैरहाजिर मिले डाक्टर समेत 30 कर्मी, वेतन बाधित
गैरहाजिर मिले डाक्टर समेत 30 कर्मी, वेतन बाधित

कुशीनगर: तमकुहीराज के एसडीएम डा. सीएल सोनकर ने गुरुवार को उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र दुदही का औचक निरीक्षण किया तो पूरी व्यवस्था की कलई खुल गई। डाक्टर समेत 30 स्वास्थ्यकर्मी एक साथ गैरहाजिर मिले। यह देख एसडीएम हैरान रह गए। वेतन बाधित करन का निर्देश देते हुए सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

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एसडीएम ने सबसे पहले कोविड टीकाकरण का जायजा लिए तो पता चला कि 12.30 बजे तक मात्र पांच लोगों का टीकाकरण हुआ है। उसके बाद लेबर रूम, इंसेफेलाइटिस वार्ड, दवा कक्ष सहित ओपीडी का निरीक्षण किया। उपस्थिति पंजिका जांचने पर 30 स्वास्थ्य कर्मी अनुपस्थित मिले। इसमें डा. एके पांडेय, डा. बालेंदु भूषण, सत्येंद्र पांडेय, डा. सुभाष यादव, डा. श्रीप्रकाश, डा. पूनम यादव, विज्ञान मणि, बृजेश कुमार, मनीष गौतम, रामप्रवेश, अमन कुमार, 20 एएनएम शामिल हैं। इनमें 28 संविदा तथा दो स्थाई स्वास्थ्य कर्मी हैं। बताया गया कि सीएचसी प्रभारी डा. एके पांडेय व डा. बालेन्दु भूषण सीएमओ के यहां मीटिग में हैं। निरीक्षण के दौरान डा. नितिन कुमार, डा. जेपी शाह को परिसर में गंदगी के लिए कड़ी फटकार लगाई तथा साफ-सफाई व्यवस्था ठीक करने तथा टीकाकरण की गति तेज करने के निर्देश दिए।

निर्वासित तिब्बती सरकार को विधायक ने लिखा पत्र

अंतरराष्ट्रीय पर्यटक केंद्र कुशीनगर में हिमालय क्षेत्र की जड़ी-बूटियों पर आधारित तिब्बती चिकित्सा पद्धति का चिकित्सालय खोलने के लिए विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने धर्मशाला (हिमांचल प्रदेश) स्थित निर्वासित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (तिब्बती सरकार) को पत्र लिखा है।

प्रति वर्ष दिसंबर में कुछ दिनों के लिए कुशीनगर में तिब्बती चिकित्सकों का एक दल आता है। काफी संख्या में लोग इलाज भी कराते हैं। तिब्बती चिकित्सक दवा भी देते हैं, लेकिन दवा खत्म हो जाने पर लोगों को काफी असुविधा होती है। लोग दवा मंगा ही नहीं पाते हैं क्योंकि तिब्बती दवा केंद्र भारत के जिन 50 शहरों में हैं वह यहां से काफी दूर हैं। इससे पूर्व बीते नवंबर में भारत-तिब्बत समन्वय मंच के समन्वयक जिग्मे त्सुल्ट्रीम के कुशीनगर आगमन पर विधायक की अगुआई में लामा टेंकयोंग, डा. ममता मणि त्रिपाठी, डा. रामप्रीत मणि त्रिपाठी, डा. शुभलाल आदि ने उनसे कुशीनगर में तिब्बती चिकित्सालय खोलवाने की मांग की थी। तिब्बती बुद्ध मंदिर के प्रबंधक टेंकयोंग ने चिकित्सालय के लिए बुद्ध मंदिर में स्थान उपलब्ध कराने को कहा तो त्सुल्ट्रीम ने भी इसके लिए सहयोग का आश्वासन दिया है।


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