स्कूली बच्चों ने थाई राजा को दी श्रद्धांजलि
कुशीनगर: थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री कुशीनगर में थाईलैंड के राजा नवें राम भूमिबोल अदुल्यदेज के निधन के
कुशीनगर: थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री कुशीनगर में थाईलैंड के राजा नवें राम भूमिबोल अदुल्यदेज के निधन के बाद शोक प्रकट करने का क्रम जारी है। शनिवार को स्कूली बच्चों ने राजा की प्रतिमा के समक्ष प्रार्थना सभा में भाग लिया। विगत 13 अक्टूबर को राजा के निधन के बाद से ही शोक मनाया जा रहा है। यह क्रम 100 दिनों तक चलता रहेगा। प्रति दिन सांय: काल भिक्षुओं द्वारा उपोसथ हाल में विशेष पूजा की जा रही है। 15 वें दिन, 50 वें दिन और अंत में 100 वें दिन विशेष पूजा का आयोजन किया गया है। प्रभारी पी सोंगक्रान ने कहा कि 5 दिसम्बर 1927 को राजा राज्याभिषेक हुआ था। थाईलैंड के इतिहास में इन्होंने सबसे अधिक समय तक राजगद्दी संभाली। राजा ने अपनी प्रतिमा बनवाकर यहां स्थापित करवाई है। महाचैत्य भी राजा की ही देन है। सामाजिक, धार्मिक क्षेत्रों में राजा बढ़ चढ़ कर कार्य करते थे। भारत-थाईलैंड के मध्य प्रगाढ़ संबंध स्थापित करने में उनकी बड़ी भूमिका रही। पी सोमपोंग, अम्बिकेश त्रिपाठी, विवेक, गौतम शर्मा, विवेक कुमार यादव आदि मौजूद रहे।