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पीसीएफ के सेंटरों पर गेहूं डंप, नहीं हो रहा उठान

जासं, कौशांबी : इस सत्र की गेहूं खरीद पूरी हो चुकी है। अब इसके भंडारण का काम किया जा रहा है। लेकिन अफसरों की लापरवाही से गेहूं का भंडारण नहीं हो पा रहा है। अभी भी पीसीएफ के केंद्रों पर छह हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं रखा हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 09:18 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 09:18 PM (IST)
पीसीएफ के सेंटरों पर गेहूं डंप, नहीं हो रहा उठान

जासं, कौशांबी : इस सत्र की गेहूं खरीद पूरी हो चुकी है। अब इसके भंडारण का काम किया जा रहा है। लेकिन अफसरों की लापरवाही से गेहूं का भंडारण नहीं हो पा रहा है। अभी भी पीसीएफ के केंद्रों पर छह हजार मीट्रिक टन से अधिक गेहूं रखा हुआ है। आरोप है कि जो गेहूं गोदाम में जा रहा है, वहां पर उसे उतारने के नाम पर तीन से चार हजार रुपये वसूली भी हो रही है। ऐसे में इस गेहूं को उठाने में देरी की जा रही है और बारिश हुई तो भारी नुकसान होगा।

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पहली अप्रैल से 15 जून तक गेहूं की खरीद हुई थी। खरीद के साथ ही गेहूं का भंडारण होना चाहिए था। लेकिन गेहूं का भंडारण धीमी गति से किया गया। अब गेहूं की खरीद पूरी हो गई लेकिन भंडारण का काम पूरा नहीं हुआ है। खासकर पीसीएफ के केंद्रों पर गेहूं खुले में पड़ा हुआ है। जिले भर में पीसीएफ 18 सेंटरों में से आठ सेंटरों पर गेहूं खुले में पड़ा है। यह गेहूं 470.10 मीट्रिक टन है। वहीं 18 सेंटरों के गोदाम में 5564.10 मीट्रिक टन गेहूं रखा हुआ है। यह सभी गेहूं एफसीआइ के गोदाम में जाना है लेकिन अफसरों की लापरवाही इसका भंडारण नहीं हो पा रहा है। भंडारण में देरी होने पर पीसीएफ के सेंटर प्रभारियों ने अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कई सेंटरों इंचार्जों ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर बताया कि गेहूं लदा ट्रक गोदाम में उतारने के लिए तीन से चार हजार रुपये पैसा वसूला जाता है। न देने पर गेहूं नहीं उतारते और ट्रक कई दिनों तक खड़ा रखते हैं। भरा ट्रक नहीं उतरा तो ट्रांसपोर्टर प्रतिदिन दो हजार रुपये हा¨ल्टग लेता है। उन्होंने बताया कि गेहूं खुले में पड़ा है और बारिश हुई तो यह खराब हो जाएगा। जो गेहूं पीसीएफ के सेंटर पर गोदाम में रखा है वह गोदाम बारिश में टपक रहे हैं। उन्होंने कहा कि गेहूं का उठान जल्द से जल्द नहीं हुआ तो बारिश से यह खराब हो जाएगा। किस सेंटर पर कितना गेहूं खुले पड़ा है

भरसवां के केंद्र पर 51.6 मीट्रिक टन गेहूं रखा है। इसके अलावा जाठी में 12, पिपरकुंडी में 15, शमसाबाद में 60, भरवारी में सौ, कुम्हियावां में 150 और धर्मपुर के केंद्र पर 21.50 मीट्रिक टन गेहूं खुले में पड़ा है। - गेहूं खरीद बंद हो गई है। अब लगातार गेहूं का उठान चल रहा है। बारी-बारी से हर सेंटर से गेहूं उठाया जा रहा है। गेहूं के भंडारण की जिम्मेदारी एफसीआइ की है। बार-बार कहने के बावजूद गोदाम पर गेहूं उतारने के काम में देरी की जा रही है। फिर भी गेहूं लदे ट्रक लगातार भेजे जा रहे हैं।

- जंगी लाल, जिला प्रबंधक, पीसीएफ - गेहूं का भंडारण तेजी से किया जा रहा है। इस दौरान भरवारी, पूरामुफ्ती, धूमनगंज और ओसा मंडी के गोदाम में भंडारण किया जा रहा है। रोजाना दर्जनों गाड़ी उतर रही है। गोदाम पर गेहूं उतारने के लिए वसूली का आरोप निराधार है। पिछले दिनों ऐसे ही आरोप में पूरामुफ्ती में कार्रवाई हुई थी। तब से वसूली बंद है।

- अंशुमाली शंकर, डिप्टी आरएमओ


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