Move to Jagran APP

कथा स्थल मार्ग पर मंदिरों का दिखेगा नजारा

जासं कौशांबी यमुना के किनारे बनी रत्नावली नगरी में मोरारी बापू की नौ दिवसीय मानस रामकथा का आयोजन छह मार्च से होगा। कथा स्थल पर भव्य पंडाल लगाया जा रहा है। प्रवेश द्वार से कथा पंडाल को जाने वाले मार्च के दोनों तरफ थर्माकोल की छोटे-छोटे मंदिर बनाए जा रहे हैं। जो आने वाले भक्तों के लिए आकर्षक का केंद्र रहेंगे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 Mar 2019 11:14 PM (IST)Updated: Sun, 31 Mar 2019 11:14 PM (IST)
कथा स्थल मार्ग पर मंदिरों का दिखेगा नजारा
कथा स्थल मार्ग पर मंदिरों का दिखेगा नजारा

जासं, कौशांबी : यमुना के किनारे बनी रत्नावली नगरी में मोरारी बापू की नौ दिवसीय मानस रामकथा का आयोजन छह मार्च से होगा। कथा स्थल पर भव्य पंडाल लगाया जा रहा है। प्रवेश द्वार से कथा पंडाल को जाने वाले मार्च के दोनों तरफ थर्माकोल की छोटे-छोटे मंदिर बनाए जा रहे हैं। जो आने वाले भक्तों के लिए आकर्षक का केंद्र रहेंगे।

loksabha election banner

महेवाघाट यमुना किनारे छह अप्रैल से 14 अप्रैल तक मोरारी बापू की रामकथा चलेगी। इसके लिए आयोजक की ओर से भव्य पंडाल लगाया जा रहा है। 800 से अधिक कारीगर दिनरात इस पंडाल को मूर्त रूप देने में लगे हैं। तैयारी अंतिम दौर पर चल रही है। मुख्य द्वार से कथा स्थल की दूरी लगभग 500 मीटर है। प्रवेश द्वार से कथा स्थल तक पहुंचाने के लिए बनाई गई गैलरी के दोनों तरफ मंदिर बनाए जा रहे हैं। पंडाल में एक साथ 30 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। इसी के साथ ही व्यासपीठ का निर्माण अंतिम दौर पर है। कथा में उत्तरप्रदेश, राजस्थान के अलावा गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल के साथ ही अन्य प्रांतों के श्रोता भी हिस्सा लेंगे। रामकथा में नि:शुल्क भोजन प्रभु प्रसाद की व्यवस्था होगी। कथा स्थल तक पहुंचने के लिए श्रोताओं के लिए नि:शुल्क वाहनों की व्यवस्था की जाएगी। जो कि कथा स्थल आने वालों के लिए होगी। बड़ा पार्किंग स्थल बनाया जा रहा है। जनपद के बाहर से आने वाले लोगों का विशेष ध्यान रखा जाएगा। कथा सुनने के बाद उन्हें भोजन व ठहरने का इंतजाम कराना होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.